Game Stop:- गेमस्टॉप अमेरिका की एक मल्टी चैनल वीडियो गेम, कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक और वायर लैस सर्विस प्रदान करने वाली कंपनी है इसके बहुत सारे स्टोर है जिसमें लोग जाकर गेम जो है वह खेल सकते हैं, वर्तमान में इस कंपनी की हालत अच्छी नहीं है अभी अमेरिका में उसके बहुत सारे स्टोर बंद होने वाली है! पिछले 2 साल में कंपनी के 800 से ज्यादा स्टोर बंद हो गए हैं! तो यह घाटे का व्यापार करने वाली 37 साल पुरानी वीडियो गेम कंपनी है !
यह कंपनी चर्चा में क्यों है:-
अभी वर्तमान समय में यह कंपनी अपने शेयर के बहुत कम समय में बहुत ज्यादा बढने के कारण चर्चा में है, इस शेयर का प्राइस $3 से $483 हो गए थे !
इस कंपनी का शेयर इतना ज्यादा क्यों बढ़ गया:-
इस कंपनी का शेयर प्राइस बढ़ने के पीछे शॉट स्कवीजिंग है ! कंपनी की हालत अच्छी नहीं होने के कारण जो हेज फंड है उन्होंने बहुत सारी सेल की पोजीशन बनाई थी, लेकिन उन्होंने सेल की पोजीशन जितना मार्केट की कैपिटल थी उससे ज्यादा बना ली थी ! साथ ही साथ उन्होंने कंपनी के पुट खरीद कर भी पोजीशन बनाई थी, जिसका पता रिटेल Reditte नाम के सोशल मीडिया ऐप के इन्वेस्टर्स को चलता है और वे शेयर को खरीदे जाते हैं इस कारण से शेयर की प्राइस लगातार बढ़ने लगती है ! जिसके कारण जो हेज फंड है वे अपना लॉस बुक करने के लिए आते हैं और शेयर की प्राइस और बढने लगती है, इस तरह से शेयर की प्राइस बढ़ने लगती है !
क्या भारत में भी गेम स्टॉप जैसा हो सकता है:-
भारत में किसी कंपनी का शेयर इतनी जल्दी नहीं बढ़ सकता है हमारे देश में जो सेबी है वह इस सब में अच्छी निगरानी रखती है! हमारे देश में किसी कंपनी का शेयर 1 दिन में अधिकतम 20% ही बढ़ सकता है उसके बाद उस शेयर में उस दिन के लिए ट्रेडिंग रुक जाती है, और अगर किसी कंपनी में इस तरह की संभावना होती है तो सेबी
उसके सर्किट नियम में चेंज भी कर सकता है, साथ ही साथ अगर किसी कंपनी में पोजीशन जरूरत से ज्यादा बन जाती है तो सेबी उसे बैंन भी कर देता है !
इससे किस को नुकसान हुआ:-
इससे सबसे ज्यादा नुकसान है जो हेज फंड कंपनी को हुआ, मेल्विन कैपिटल नाम की कंपनी पूरी तरह से दिवालिया हो गए, साथ ही साथ बहुत से फंड को बहुत ज्यादा नुकसान हुआ !
यह ट्रेडर्स कौन थे :-
यह अमेरिका की छोटे रिटेल इन्वेस्टर थे जिन्होंने गेम स्टाप को किया! अमेरिका में Reddit नाम के सोशल मीडिया साइट है, इसमें Wall Street Bets नाम का फोरम है ! यहां पर लोग किसी शेयर के बारे में अपने विचार बताते हैं
सबसे पहले इसी में एक व्यक्ति ने सितंबर में इस कंपनी के बारे में जानकारी प्रस्तुत की, उसके बाद धीरे-धीरे रिटेल इन्वेस्टर ने इसमें खरीदारी शुरू कर दी एक तरफ हेज फंड शेयर बेचते जा रहे थे और दूसरी तरफ रिटेल इन्वेस्टर शेयर खरीदे जा रहे थे, धीरे-धीरे इस शेयर की प्राइस बढ़ने लगती है और इसको देखकर दूसरे इन्वेस्टर इस शेयर को खरीदने आते हैं और शेयर की प्राइस बढ़ने लगती है !
इस कंपनी की शेयर में बढ़ोतरी देखकर और भी दूसरी कंपनियां जिसमें फंड ने शॉर्ट पोजिशन बनाई थी उसमें भी खरीददारी शुरू हो जाती है और उसकी प्राइस भी बढ़ने लगती है !
Game- Stop में Robinson का Role:-
इस गेमस्टॉप की किस्से मैं रॉबिनहुड का नाम आता है रोबिन हुड अमेरिका का एक डिस्काउंट ब्रोकर है, जो कम पैसे में ट्रेडिंग की सुविधा देता है गेम स्टोर में जितने भी रिटेल इन्वेस्टर ने शेयर खरीदे हुए वे सब के अकाउंट रॉबिनहुड ब्रोकर के यहां ही थे ! लेकिन यह कंपनी अपने कस्टमर के डाटा दूसरी ब्रोकर को भी देती थी कौन सी रिटेलर ने किस शहर पर कितनी पोजिशन बनाई है यह सारी जानकारी ब्रोकर और फंड हाउस को देती है !
शेयर की प्राइस कम क्यों हो जाती है:-
गेमस्टॉप कंपनी की शेयर वैल्यू रिटेल इन्वेस्टर के कारण बढ़ी हुई थी जब शेयर की प्राइस बहुत ज्यादा बढ़ जाती है तब रॉबिनहुड ने अपने कस्टमर का डाटा सिटाडेल कैपिटल को दिया, सिटाडेल कैपिटल ने मेल्विन कैपिटल को लोन दिया था जब वह दिवालिया हो रही थी ! सिटाडेल कैपिटल के कहने पर रॉबिनहुड ने शेयर को खरीदने पर रोक लगा दी इसके बाद शेयर होल्डर केवल शेयर को बेच सकते थे खरीद नहीं सकते थे, जब रोबिन हुड ने शेयर खरीदने पर रोक लगाई तब इन्वेस्टर शेयर को बेचने के लिए आए जिससे शेयर की सप्लाई ज्यादा हो गई और शेयर की प्राइस गिरने लगे !