Reiltel Company:-
यह भारत सरकार के मिनिरतन कंपनी है, जो रेल्वे मिनिस्ट्री के अंदर आती है, देश के सबसे बड़े न्यूट्रल टेलीकॉम इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रदाताओं में से एक है, जो रेलवे ट्रैक के साथ विशेष मार्गाधिकार ऑप्टिक फाइबर नेटवर्क की स्वामी है। यह ओएफसी नेटवर्क देश के सभी महत्वपूर्ण कस्बों और शहरों एवं कई ग्रामीण क्षेत्रों को कॅवर करता है।
शुरुआत:- रेलटेल को 26 सितंबर, 2000 को ट्रेन नियंत्रण, परिचालन और सुरक्षा के लिए मौजूदा दूरसंचार प्रणाली के आधुनिकीकरण और रेलवे पटरियों के किनारे मार्गाधिकार का उपयोग करके ऑप्टिकल फाइबर केबल बिछाकर राष्ट्रव्यापी ब्रॉडबैंड और मल्टीमीडिया नेटवर्क तैयार करने के लिए इस कंपनी को बनाया गया था। वर्तमान में, रेलटेल का ऑप्टिक फाइबर नेटवर्क 58,742 रूट किलोमीटर की दूरी कॅवर करता है और भारत कस्बों और शहरों से होते हुए 5,848 रेलवे स्टेशनों को कॅवर करता है।
यह क्या काम करती है:- रेलटेल का भारतीय रेलवे के साथ एक स्ट्रटीजिक संबंध है और यह स्टेशनों और ट्रेनों में वीडियो निगरानी प्रणाली जैसी मिशन क्रिटिकल कनेक्टिविटी सेवाएं के प्रावधान सहित, ‘ई-ऑफिस’ सेवाएं तथा स्टेशनों के बीच शॉर्ट हॉल कनेक्टिविटी कार्यान्वयन करने और भारतीय रेलों में विभिन्न संगठनों की सहायता करने के लिए लाँग हॉल कनेक्टिविटी की कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं के कार्य करती है। रेलटेल भारत में कान्टेंट ऑन डिमान्ड सेवा और प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर वाई-फाई सहित विभिन्न यात्री सेवाओं का भी उत्तरदायित्व निभाती है ! यह कंपनी भारतीय रेलवे की जहां भी इकाई है उन्हें कनेक्टिविटी से सेवा देती है!
कंपनी ने गूगल के साथ मिलकर स्टेशन में वाईफाई लगाने का काम भी किया था, कंपनी वर्तमान में 5600 स्टेशन पर वाई-फाई की सुविधा देती है ! इसके साथ ही कंपनी ने ही ऑफिस की सुविधा भी देती है जिसने बिना कागज के काम होता है आप सारा काम ऑनलाइन कर सकते हैं!
रेल ट्रैक के पास गुरुग्राम और सिकंदराबाद में डाटा स्टेशन भी है, जिसके द्वारा क्लाउड,ई-ऑफिस, आधार प्रमाणीकरण जैसी सेवाएं देती है ! अभी वर्तमान में भारत सरकार के आदेश अनुसार कि देश का डाटा देश में ही रहेगा इसके लिए भी कंपनी काम कर रही है, और अपने डाटा सेंटर का विस्तार कर रही है!
कंपनी इसके अलावा दूरदराज के गांव में ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी के लिए भी काम कर रही है, वह अपने ब्रॉडबैंड के द्वारा के गांव में इंटरनेट सुविधा प्रदान करती है ! कंपनी के पास अभी वर्तमान में कोई कर्ज से नहीं है, कंपनी ना केवल रेलवे की बल्कि भारत सरकार की और दूसरे कंपनियों की भी मदद करती है ! कंपनी की योजना देश के हर स्टेशन में इन्टरनेट पहुंचाने की है जिसमें 400 से 500 स्टेशन बचे हुए हैं !