जब किसी कंपनी को पैसो के जरुरत होती है, तो वह बहुत तरीके से पैसा जुटा सकती है ! इसी में से एक तरीका है Bond के मदद से ! जब कोई कंपनी किसी आधुनिक तकनीक ( Renewable Energy ) को विकसित या उपयोग करने के लिए मार्केट से Bond के द्वारा पैसा जुटाती है उसे Green Bond कहते हैं ! इसमें जो पैसा जुटाया जाता है उसका उपयोग पर्यावरण संरक्षण से संबंधित कार्यों के लिए किया जाता है इनमें सोलर ऊर्जा, पवन ऊर्जा, इलेक्ट्रिकल ऊर्जा का ऊपयोग जो पर्यावरण को कम प्रदूषण करते हैं उनसे संबंधित कार्यों के लिए किया जाता है !
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Green Bond |
जब कोई कंपनी इन ग्रीन बांड के द्वारा पैसा जुटाती है तो इससे कंपनी का इमेज अच्छा होता है इससे कंपनी के भविष्य मैं जो नए प्रोजेक्ट है और जो नई टेक्नोलॉजी है उसके ऊपर निवेश का पता चलता है !
Green Bond की शुरुवात :-
सबसे पहले इसे World Bank ने 2008 में किया था ! उन्हांने Climate Change को रोकने के लिए फण्ड की जरुरत थी तो उसने सबसे पहले इसको शुरू किया, उसके बाद बहुत सी कंपनी ने इसको Issue किया ! आज कल जब सरकार या किसी कंपनी को पैसो की जरुरत होती है, Enviroment (पर्यावरण ) या Renewable Energy के काम के लिए तब ग्रीन बॉन्ड लाती है !
How to Invest Green Bond : ग्रीन बॉन्ड में निवेश कैसे करे
जब कोई कंपनी ग्रीन बॉन्ड लाती है तब हम अन्य बॉन्ड की तरह इसे भी खरीद और बेच सकते है ! भारत में जो ग्रीन बॉन्डआती है, वह Retail Investor के लिया नहीं होता इसमें Insurance कंपनी, Bank, Pension Fund, AMC ही निवेश करती है, इस कारण से अभी समय में एक आम लोगो के लिए इसमें निवेश करना कठिन है!