जब शेयर बाजार में निवेश करने की बात आती है तो बहुत से लोग अच्छे Divident देने वाली कंपनियों में निवेश करना सबसे पहला पसंद हो जाता है, इसका कारण यह है कि उन्हें उनके निवेश पर रिटर्न में जो है वह शेयर के किमत बढने के साथ साथ डिविडेंड के रूप में उन्हें एक अलग से मुनाफा भी हो जाता है ! जो लोग लंबे समय के लिए निवेश करते है वे डिविडेंट देने वाली कंपनी पसंद करते है !
जब कोई कंपनी Divident देती है तो वह किस समय डिविडेंड दे रही है उसके हिसाब से इस को दो भागों में बांटा गया है पहला होता है:-
- Interim Divident
- Final Divident
Interim Divident:– यह लाभांश कंपनी की वार्षिक बोर्ड मीटिंग से पहले यह लाभांश दिया जाता है, जब भी कोई कंपनी Finacial Year के बीच में डिविडेंट देती है तो उसे इंटिरिम डिविडेंड कहा जाता है इसमें कंपनी के जो बोर्ड मेंबर रहते हैं वह वोटिंग करके इंटिरिम डिविडेंड देते हैं ! दोनों ही डिविडेंट का Process एक समान होता है !
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Interim Divident |
Final Divident:- कंपनी की वार्षिक बैठक होती है, तब बोर्ड के मेंबर जो डिविडेंड देते हैं वोटिंग करके उसे फाइनल डिविडेंड कहते हैं एक बार फाइनल डिविडेंड देने के बाद उसे निरस्त नहीं किया जा सकता यानी अगर कंपनी फाइनल डिविडेंड की घोषणा कर देती है तो उसके बाद कंपनी को डिविडेंड देना ही रहता है ! कंपनी साल के अंत में जो लाभांश देती है, उसे Final Divident कहा जाता है !
Company Interim Divident क्यों देती हैं:-
- कंपनी यह Divident देने के बहुत से कारण होता है, कई बार कंपनी वार्षिक बैठक में डिविडेंड नहीं दे पाती है तो इसके कारण कंपनी बीच में डिविडेंड देती है!
- कंपनी के पास किसी कारण से पैसे अधिक हो जाते हैं जैसे अगर कंपनी किसी Asset को बेचती है या फिर अपने शेयर बेचती है या फिर Subsidiary कंपनी से मुनाफा होता है तब कंपनी Interim Divident देती है !
- जब कंपनी के Prometer को पैसो की जरुरत होती है, तब वे Bord Meeting कर के Interim Divident देते है !
Company Interim Divident कितनी बार दे सकती है:-
कंपनी जितनी बार चाहे उतनी बार Interim Divident दे सकती है कंपनी डिविडेंड की घोषणा कंपनी के बोर्ड मेंबर मिलकर करते हैं !