इस तरह के फंड में फंड मैनेजर लार्ज और मिड कैप कंपनी और उनके इंस्ट्रूमेंट में टोटल निवेश न्यूनतम 35% होना चाहिए इस तरह के फंड में सबसे ज्यादा Market Capitilization वाली 100 कंपनियों की हिस्सेदारी 35% और 100 से 250 केपीटलाइजेशन की कंपनियों की हिस्सेदारी 35% होना अनिवार्य है, जब भी कोई म्यूच्यूअल फंड में इस तरह की फण्ड Allocation कर के निवेश करता है तब हम उस फंड को Large Mid Cap Fund कहते है!
Large Mid Cap Fund की जरूरत
जब हम किसी और फंड में निवेश करते हैं तो फंड मैनेजर आमतौर पर लार्ज कैप कंपनियों में निवेश करता है, क्योकि जब कोई भी लार्ज कैप कंपनी में निवेश करता है तो उन सभी कंपनी में जो ग्रोथ होनी होती है वह पहले ही हो गया होता है और इन कंपनी का लम्बा रिकॉर्ड होता है लेकिन इस प्रकार के कंपनी में निवेश करने में एक समस्या होती है की इसमें रिटर्न कम होता है! जबकि इस तरह के फंड में निवेश करने पर हमें Large, मिड और स्मॉल तीनों तरह की कंपनियों में निवेश करते हैं इस कारण से यह फंड जरूरी है ! अगर आपको लगता है कि हमारेेे देश की बड़ी और मध्यम वर्ग की कंपनी अच्छा प्रदर्शन करेगी तोो हमें इस तरह केेे फंड में निवेश करनाा चाहिए !
Large Mid Cap Fund में निवेश कैसे करें
आप जिस भी म्यूच्यूअल फंड कंपनी में निवेश करना चाहते हैं उनके पास इस तरह का फंड अलग रहता है उसमें आप निवेश कर सकते हैं अगर आप अपने ब्रोकर या Grow, Paytm, Phonepay, Bank के द्वारा निवेश करना चाहते हैं तो उसमें भी आप निवेश कर सकते हैं, अगर आप किसी भी फण्ड में निवेश कर रहे उससे पहले Fund Manager और उस फंड के रिस्क को सोच समझ कर निवेश करे, इसके साथ ही साथ आप किस समय निवेश कर रहे है वह भी बहुत अधिक जरुरी है, अगर मार्केट में जब कोई गिरावट आती है या जब मार्केट गिरा हुआ है तब अगर आप निवेश तो आपके Return अधिक होने की संभावना अधिक होती है!
Large Mid Cap Fund Return
इस तरह की फंड का रिटर्न आ भारतीय शेयर मार्केट की कंपनियों के ऊपर निर्भर करता है, साथ ही साथ फंड मैनेजर की ऊपर भी निर्भर करता है कि वह कैसे अच्छी-अच्छी कंपनियों में निवेश करें !