कई बार हमारे पास 3-4 Demat अकाउंट जो है वह खुलवा लेते हैं, जिसकि हमें जरूरत नहीं रहती है! कई Demate Account खुलवाने के कई कारण रहते हैं जैसे बहुत से लोग टैक्स से बचने के लिए Demate अकाउंट खुल जाते हैं यह फिर मनी मैनेजमेंट के लिए या कई बार किसी के कहने पर हम Broker के पास नया Account खुलवा लेते है !
जब हमारे पास बहुत सारे Demate Account हो जाते हैं तो हमें सब पर नजर रखना मुश्किल का काम हो जाता है तो ऐसे में हमें जो डीमेट अकाउंट है उसे बंद करने की जरूरत होती है ! लेकिन उसमें हम Share लिए रहते हैं इस कारण के वजह से हम उसे बंद नहीं कर पाते क्योंकि अगर आप उस बेच करके निकलेंगे तो आपको Capital Gain Tex ( Short Term या Long Term) लग जाता है तो ऐसे में एक तरीका है जिसके द्वारा आप अपने जो जिस शेयर में निवेश किया है उसे दूसरे Demate Account में भेज सकते हैं इसे आप दो तरीकों से कर सकते हैं !
- Manually : NSDL & CDSL जैसे डिपॉजिटरीज के साथ शेयर के Delivery Instraction Slip यानी DIS भरने की जरूरत रहती है इसमें आप जिस कंपनी के शेयर ट्रांसफर करने हैं उनके ISIN, Company Name, और इन्हें जहां ट्रांसफर करना है वहां का डिमैट अकाउंट और डीपी आईडी दर्ज करके जिस ब्रोकर के पास आपका शेयर रखा हुआ है वहां जमा करना पड़ेगा उसके बाद वह ब्रोकर आपके शेयर को नए Demate अकाउंट में भेज देगा !
- Digitaly: अगर आपका शेयर CDSL के साथ है तो आप शेयर को ट्रांसफर करने के लिए ऑनलाइन तरीका का उपयोग कर सकते हैं इसमें आपको सीडीएसएल के साइट पर जाना है ! नीचे लिंक दिया हुआ है
Share Transfer Link :- https://web.cdslindia.com/myeasi/Home/Login
यहां आपको सबसे पहले रजिस्टर करना होगा उसके बाद रजिस्टर होने के 24 घंटे के बाद आप अपने पुराने डिमैट अकाउंट से नए डिमैट अकाउंट में शेयरों को भेज सकते हैं !
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Transfer Share One Demate Account to Other |
Share Transfer करते समय निम्न बातों का ध्यान रखें
- कोई भी Broker शेयर को ट्रांसफर करने के लिए मना नहीं कर सकता ऐसा होने पर इसकी शिकायत कर सकते हैं !
- शेयर को ट्रांसफर करने में Ownership मैं किसी भी तरह का बदलाव नहीं आता और ना ही आपको Capital Gain टैक्स लगता है !
- ट्रांसफर प्रोसेस करने के लिए Broker आपसे फीस चार्ज कर सकता है !
यह लाभांश कंपनी की वार्षिक बोर्ड मीटिंग से पहले यह लाभांश दिया जाता है, जब भी कोई कंपनी Finacial Year के बीच में डिविडेंट देती है तो उसे इंटिरिम डिविडेंड कहा जाता है इसमें कंपनी के जो बोर्ड मेंबर…