Money Zone वह Price Range होती है जिस Price पर सबसे ज्यादा शेयर की Trading होती है ! हम शेयर मार्केट में किसी शेयर को तभी खरीद सकती हैं जब कोई दूसरा व्यक्ति उसे बेचने के लिए तैयार होते है, यही बेचने पर भी लागू होता है ! जिस प्राइस पर सबसे ज्यादा लोग अपने शेयर को बेचने के लिए तैयार रहते हैं, और सबसे ज्यादा लोग खरीदने के लिए तैयार रहते हैं, उससे प्राइस रेंज को Money Zone कहते हैं ! मनी जोन के मदद से हम किसी शेयर का Value का आंकलन कर सकते है, की अभी लोग उस शेयर का मूल्य कितना आकलन कर रहे है !
Example :उदाहरण
जैसे मान के चलिए आप एक Backry दुकान खोलते हैं जिसमें आप केक बेचते हैं!
आप शुरुआत में केक की कीमत ₹200 रखते हैं इस प्राइस पर सभी लोग खरीदने के लिए तैयार रहते हैं आप जितना भी केक बनाते हैं वह बिक जाता है !
उसके बाद आप सोचते हैं कि इसकी प्राइस ₹200 से अधिक होना चाहिए तो आपकी की कीमत सीधे 250 रुपए कर देते हैं इस प्राइस पर लोग पहले की तुलना में कम खरीदने के लिए तैयार होते हैं लेकिन आप जितना भी केक रहता है लगभग सभी बिक जाता है!
उसके बाद आप सोचते हैं कि इसकी कीमत और ज्यादा होनी चाहिए तब और उसकी कीमत ₹300 कर देते हैं ₹300 की मूल्य पर कुछ लोग ही आपके केक को खरीदते हैं, बाकी केक आपका बच जाता है, तो ऐसे में आपको नुकसान होता है !
तो ऐसे में आपको आपकी केक की कीमत कम करनी पड़ती है आप उसकी कीमत ढाई सौ रुपए रखते हैं जिससे सभी लोग उसके केक को खरीद सके !
यही चीज शेयर मार्केट में भी लागू होती है जब किसी शेयर की प्राइस बहुत कम हो जाती है तो जो शेयर को खरीदने वाले हैं वे शेयर को लगातार खरीदते जाते हैं ! जिससे उसकी Price बढ़ने लगती है, एक Price ऐसा आता है जब जो शेयर खरीदने वाले हैं वह प्राइस पर शेयर को खरीदने के लिए तैयार नहीं रहते उसके बाद उसकी प्राइस कम होने लगती है जिससे जो शेयर खरीदने वाले है, वह उस प्राइस पर शेयर को खरीदने और बेचने के लिए तैयार हो जाए हैं उसे Money Zone कहते है !
Money Zone Uses : मनी जोन का उपयोग
- इसकी मदद से हम मार्केट का उस शेयर के प्रति Sentiment पता कर सकते हैं ! कि अभी मार्केट में उस शेयर की वैल्यू कितनी है !
- अगर कोई शेयर अपने Money Zone से बहुत दूर है तो उसमें खरीदारी या बिकवाली करके फायदा कमाया जा सकता है !
- Money Zone की मदद से हम Share की वैल्यू पता कर सकते हैं की मार्केट में अभी वर्तमान में उसकी वैल्यू कम है कि ज्यादा !
यह इंडेक्स मार्केट की Volatility को बताता है, आसान भाषा में अभी मार्केट प्राइस पर है उससे वह आने वाले समय में कितना ऊपर या नीचे जा सकता है….
Foreign Institution Invester यह देश के बाहर में रहने वाले Investor होते हैं जो भारतीय कंपनियों में निवेश करते हैं इन्हें FII कहते हैं…..