बॉन्ड क्या होता है ?

BOND का मतलब होता है अनुबंध, हम BOND को शेयर बाजार की भाषा में बताते है, जब भी किसी कंपनी या सरकार को पैसो कि जरुरत होती है, तो वह दो – तीन तरह से यह काम कर सकती है ! 

  1. पहला वह बैंक से उधार ले कर, इसमें अगर पैसा लेती है तो उसको कुछ चीज़े गिरवी रखनी होती है, साथ ही साथ उसको इसमें Interest भी अधिक देना होता है !
  2. दूसरा की वह शेयर मार्केट से पैसा जुटाए, इसमें कंपनी को अपना हिस्सा देना होता है !
  3. तीसरा होता है वह BOND के जरिए पैसा जुटाए, इसमें कंपनी कितने भी पैसे का BOND जारी कर के पैसे उठा सकती है !
जब कंपनी बॉण्ड जारी करती है, तो जो इसको खरीदता है उसको एक समय के बाद जो बॉण्ड है उसको देना होता है, और बदले में कंपनी जिसने वह बॉण्ड जारी किया था वह उसको खरीदी है, और बदले में वह उसको जितने पैसा लिया था और Interest देती है, जो कि पहले से ही तय होती है ! अगर आपके पास किसी कंपनी का कोई बॉण्ड ख़रीदा हुआ है, और अगर कभी बाद में वह कंपनी बंद हो जाती है और बिक जाती है तो कंपनी पर बैंक के लोन के बाद आपका हक़ आएगा उसके बाद जिसने उस कंपनी के शेयर में निवेश किया है उसका !

बांड में निवेश के फायदे 

  • आपको कम रिस्क में बैंक के FD से अधिक रिटर्न मिलता है !
  • अगर आप सरकारी बॉन्ड में निवेश करते है तो आपको अच्छा रिटर्न के साथ साथ आपको आप देश के विकास में साथ देते है !
  • इसमें आप अपने पैसे को लम्बे समय तक निवेश करते है, जिससे आपको Income Tex में भी फायदा होता है !

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