Gap-Up aur Gap- Down

जब भी कोई शेयर जो की किसी Trend या Range में ट्रेड कर रहा है, जब वह अपने रेंज से एक समय के बाद ऊपर या निचे कि तरफ Gap बनता है तब हम उसको Gap-Up या Gap-Down कहते है, Technical Analysis में इसका बहुत अधिक महत्व है जब भी आपको किसी चार्ट में इस तरह कि चीज़ देखो तो आपको इसमें ट्रेड जरूर करना चाहिए, इस तरह के Gap चार्ट में भी दुर्लब होते है, इस कारण से इसका महत्व और भी अधिक हो जाता है !

Gap-Up क्या होता है

जब शेयर अपने रेंज से ऊपर के तरफ Gap बनता है और फिर उसको उस Time Frame में नहीं काटता है, तो उसको गैप अप कहते है, इसके बनने के बाद आपको शेयर में तेज़ी करनी होती है, यह जितने बड़े Time Frame के चार्ट में बनता है, उसको उतना ही अधिक महत्व होता है!

Gap-Down क्या होता है

जब कोई शेयर अपने Time Frame के Closing Price के नीचे कि ओर Gap बनाता है, तो उसको Gap-Down कहते है, इसके बाद आपको शेयर में मंदी करनी होती है, अगर कोई शेयर तेज़ी के ट्रेंड है और उसके बाद गैप डाउन बनाता है तो हमे उस शेयर से सावधान हो जाना चाहिए, और अगर कोई शेयर पहले से ही Correction में है, तो हमको इस शेयर से निकल कर, उसमे मंदी ( बिकवाली ) करनी चाहिए !

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