Techanical Analysis में जब भी कोई शेयर एक प्राइस रेंज में बहुत समय तक रहता है तो उसको Finacial भाषा में Consolidation कहा जाता है, इसमें कोई भी एसेट, शेयर, का प्राइस दो प्राइस के बीच में रहता है, और वह न तो उससे ऊपर जाता और न ही उस प्राइस से बहुत ही नीचे, जब भी किसी शेयर में इस तरह का पैटर्न बनता है, तो उसका मतलब होता है शेयर में से जो कमजोर निवेशक है जो है वह बाहर निकल रहे है और जो स्ट्रांग प्लेयर है, यानी स्मार्ट मनी वह धीरे धीरे उस शेयर में खरीदारी कर रही है, कभी कभी यह पैटर्न टॉप लगने का भी सकेत भी होता है जिसके बाद शेयर में गिरावट जो है वह आती है!
आम तौर पर ऐसा देखा गया है जब शेयर एक प्राइस में रहता है, तो जो रिटेल निवेशक होता है, वह शुरू में तो कुछ समय तक उसको परेशानी नहीं होती है लेकिन जैसे जैसे समय बितता जाता है, उसका सब्र जवाब देने लगता है, और फिर वह दूसरे शेयर को देखता है जिसमे तेज़ी होती रहती है, फिर एक समय ऐसा आता है जब वह थक हार कर के उस शेयर से निकल जाता है!

आप ऊपर में निफ़्टी Reality का चार्ट देख सकते है इसमें एक लंबा stock consolidation को दिखा रहा है यह इंडेक्स में 2008 के बाद से इसमें तेज़ी नहीं आया हुआ है, यह stock consolidation का अच्छा उदाहरण है !
How to check stock consolidation
किसी कंपनी stock consolidation को आप किस प्रकार से चेक कर सकते है जिससे की आप इस प्रकार में शेयर में फसे नहीं क्योकि अगर कोई शेयर कंसोलिडेशन में है तो उस शेयर में आप पैसा नहीं बना सकते है क्योकि शेयर में कोई मूवमेंट ही नहीं है, शेयर न तो ऊपर जा रहा है और न ही नीचे जा रहा है. कोई शेयर consolidation में है या नहीं यह आप उस शेयर के चार्ट को देख कर या फिर उसके रिटर्न को देख कर के जान सकते है अगर कोई शेयर ने लंबे समय तक ना तो रिटर्न दिया है अपर या फिर नेगेटिव तरफ में तो इसका मतलब होता है की वह stock consolidation में है!