जब भी आप कोई चीज़ को करते है तो आप कुछ कुछ ना कुछ फल (रिजल्ट) को ध्यान में रख कर के किसी भी काम को करते है जब आप कोई भी काम करते है तो उसमें कुछ ना कुछ रिस्क जरूर होता है, आप जो रिस्क ले रहे है उसके तुलना में आप को जो फल मिलेगा उसके अनुपात को ही Risk and reward Ratio कहते है!
जैसे मान कर चलते है आप मार्केट में कोई सामान जैसे की दाल-चावल लेने के जाते है, आप को कही से पता चलता है किसी कारण की वहज से आने वाले दिनों में दाल चावल की किमत दोगुनी होने वाली है, अगर ऐसा होता है तो आप का महीने का बजट बिगड़ जायगा तो आप सोचते है क्यों न पहले से दाल चावल को खरीद कर के रखा जाए जिससे अगर आने वाले समय में मूल्य बढ़ जाती है तो आपको कुछ रहात मिले लेकिन किमत बढ़ ही जाएगा ऐसा पहले से तय नहीं यह भी हो सकता है की किमत बढ़ने के बजाए कम हो जाए तो ऐसे में आपको नुक्सान हो जायगा दोनों की स्थिति में आपको कुछ न कुछ रिस्क जरूर है, लेकिन अगर आप पहले से सामान को खरीदते है तो आपको फायदा भी हो सकता है!
अब जैसे यह मान कर के चलिए की 10000 रूपए का सामान खरीद लेते है यह सोच कर के अगर कीमत 100% भी बढ़ती है आपको 10000 का फायदा होगा तो इसमें आपने रिस्क लिया, अब अगर सामान की किमत सच में दोगुना हो कर 2000 हो जाता है तब आपका Risk and reward Ratio होगा 1000/2000 = 1/2 यानी यह आपको यह बताता है की आप ने 1 रूपए कमाने के लिए कितना रूपए का रिस्क लिया!
जब आप शेयर मार्केट में कोई भी निवेश या फिर ट्रेडिंग करते है तो उसमे आप पैसा कमाएंगे या नहीं यह इस बात पर निर्भर करता है आपका Risk and reward Ratio कितना है, अगर आप कम रिस्क में अधिक मुनाफा कमा रहे है तो यह आपके अच्छी बात है, वही इसके विपरीत अगर आप अधिक रिस्क ले कर के कम फायदा कमा रहे है तो आप बहुत जल्द मार्केट से बाहर हो जाएगे!