UPCOMING SHARE MARKET HOLIDAY IN INDIA

अगर आप हमारे देश की बात करे तो सबसे बड़ा एक्सचेंज NSE (National Stock Exchange) है, यह दुनिया का 10 वा सबसे बड़ा एक्सचेंज है!

भारत मे आने वाले समय मे शेयर मार्केट में काम इन इन दिनों में नहीं होगा

  • 07 March 2023:- 7 मार्च को होली होने के कारण मार्केट में इस दिन काम काज बंद रहेगा!
  • 30 March 2023:- इस साल 30 March को रामनवमी होने के कारण से इस दिन मार्केट बंद रहेगा!
  • 04 April 2023:- महावीर जयंती होने के कारण से 04 अप्रैल को मार्केट बंद रहेगा!
  • 07 April 2023:- इस दिन Good Friday होने के कारण छुट्टी रहेगी
  • 14 April 2023:- डॉ. भीम राव अंबेडकर जयंती होने के कारण इस दिन मार्केट बंद रहेगा
  • 21 April 2023:- इस दिन id-ul-fitar ( रमजान ) होने के कारण
  • 01 May 2023:- इस दिन महाराष्ट्र डे होने के कारण मार्केट बंद रहेगा
  • 28 Jun 2023:- इस दिन Id-ul-bakar ( बकरीद) होने के कारण जून में एक दिन के लिए मार्केट बंद रहेगा
  • 15 August 2023 :- इस दिन National Holiday Independent Day होने के कारण मार्केट बंद रहेगा
  • 19 September 2023:- इस दिन गणेश चतुर्थी होने के कारण मार्केट बंद रहेगा
  • 02 October 2023:- भारत के राष्ट्र-पिता महात्मा गांधी की जयंती होने के कारण मार्केट बंद रहेगा
  • 24 October 2023:- इस दिन दशहरा के कारण छुट्टी रहेगा
  • 14 November 2023:- हिन्दुओ के प्रमुख त्योहारों दिवाली के कारण मार्केट इस दिन बंद रहेगा
  • 27 November 2023:- सिख धर्म के प्रमुख त्योहारों गुरुनानक जयंती होने के कारण इस दिन मार्केट बंद रहेगा
  • 25 December 2023:- इस दिन Christmas होने के कारण मार्केट बंद रहेगा

ऊपर दिए गए दिनो के अलावा कई छुट्टी शनिवार और रविवार होने के कारण नहीं दिया गया है!

Share Market Holiday 2023

शेयर मार्केट जिस दिन मार्केट की छुट्टी होती है उस दिन कोई Settlement का काम नहीं होता है यानी अगर आप ने आज कोई शेयर को खरीदा है या बेचा है और कल अगर छुट्टी है तो आपके Demate Account में पैसा 2 दिन में ना आ कर 3 दिन में आपके खाते में आएगा!

What is Risk and reward Ratio

जब भी आप कोई चीज़ को करते है तो आप कुछ कुछ ना कुछ फल (रिजल्ट) को ध्यान में रख कर के किसी भी काम को करते है जब आप कोई भी काम करते है तो उसमें कुछ ना कुछ रिस्क जरूर होता है, आप जो रिस्क ले रहे है उसके तुलना में आप को जो फल मिलेगा उसके अनुपात को ही Risk and reward Ratio कहते है!

जैसे मान कर चलते है आप मार्केट में कोई सामान जैसे की दाल-चावल लेने के जाते है, आप को कही से पता चलता है किसी कारण की वहज से आने वाले दिनों में दाल चावल की किमत दोगुनी होने वाली है, अगर ऐसा होता है तो आप का महीने का बजट बिगड़ जायगा तो आप सोचते है क्यों न पहले से दाल चावल को खरीद कर के रखा जाए जिससे अगर आने वाले समय में मूल्य बढ़ जाती है तो आपको कुछ रहात मिले लेकिन किमत बढ़ ही जाएगा ऐसा पहले से तय नहीं यह भी हो सकता है की किमत बढ़ने के बजाए कम हो जाए तो ऐसे में आपको नुक्सान हो जायगा दोनों की स्थिति में आपको कुछ न कुछ रिस्क जरूर है, लेकिन अगर आप पहले से सामान को खरीदते है तो आपको फायदा भी हो सकता है!

अब जैसे यह मान कर के चलिए की 10000 रूपए का सामान खरीद लेते है यह सोच कर के अगर कीमत 100% भी बढ़ती है आपको 10000 का फायदा होगा तो इसमें आपने रिस्क लिया, अब अगर सामान की किमत सच में दोगुना हो कर 2000 हो जाता है तब आपका Risk and reward Ratio होगा 1000/2000 = 1/2 यानी यह आपको यह बताता है की आप ने 1 रूपए कमाने के लिए कितना रूपए का रिस्क लिया!

जब आप शेयर मार्केट में कोई भी निवेश या फिर ट्रेडिंग करते है तो उसमे आप पैसा कमाएंगे या नहीं यह इस बात पर निर्भर करता है आपका Risk and reward Ratio कितना है, अगर आप कम रिस्क में अधिक मुनाफा कमा रहे है तो यह आपके अच्छी बात है, वही इसके विपरीत अगर आप अधिक रिस्क ले कर के कम फायदा कमा रहे है तो आप बहुत जल्द मार्केट से बाहर हो जाएगे!

Why Adani Group Share Fall After Hindenburg Report

Adani, Adani Group

आप सभी तो यह जानते होंगे की जब से Hindenburg ने रपोट निकला है उसके बाद से ही Adani Group की मुसबित कम होने का नाम नहीं ले रहे है, कमपनी के शेयर की किमत, बांड की वैल्यू, और इन्वेस्टर का भरोशा इन सभी का लगातार नुकसान होता जा रहा है, अगर आपभी देखगे तो एक समय पर Gautam Adani दुनिया के तीसरे सबसे अमीर आदमी थे और आज वे दुनिया के 28 वे आमिर आदमी तक फिशल गए है!

इन सभी घटना में लोगो को दो भागो में बाट दिया है पहला वे जो की यह कह रहे है कि अडानी जी सही है दूसरा वे जो कहते है की गौतम अडानी ने गलत किया, इन सब के बीच में जिस ने उन कंपनी निवेश किया था चाहे वे सीधे तरीके से या फिर Mutual Fund या ETF के माध्यम से उन सभी का पैसा का घाटा हुआ है, कंपनी अलग अलग तरीको से इस समस्या से अपने आप को बाहर निकलने की कोशिश कर रही है, चाहे वे भारत और विदेशो के निवेशकों के माध्यम से कंपनी के 20,000 Cr. के Adani Enterprises के FPO को मार्केट में किमत उससे अधिक किमत पर Subscribe कराना या फिर मीडिया के माध्यम से और Ligal तरीको से बचाओ करना लेकिन इसके बाद कंपनी शेयर की किमत लगातार गिरावट हो रही, इसके पीछे क्या कारण चलिए आज हम आपको यह बताते है!

अडानी ग्रुप गिरने के कारण

  • इसका सबसे बड़ा करना शेयर का किमत महंगा होना, ग्रुप के आप किसी भी कंपनी के शेयर को देख ले सभी की PE मार्केट के दूसरी कंपनी के तुलना में बहुत अधिक था, Adani Enterprices का शेयर का PE 300 के अभी अधिक था, इस कारण से जब ये खबर आया लोग ने जो इसके शेयर में निवेश करना चाहते थे वे भी अधिक महंगा होने के कारण इसमें खरीदारी करना बंद कर दिया जिस कारण से इसकी किमत में गिरावट होने लगी!
  • दूसरा बड़ा कारण है कंपनी के पास कर्जा बहुत अधिक है अगर कंपनी की Market Cap से इसके तुलना में वैसे तो ये कम है और कंपनी ने कभी कोई Payment देने में देर नहीं किया लेकिन इसके बाद भी यह दूसरे कंपनी से अधिक होने के कारण लोग इसके शेयर से बिकवाली करने लगे!
  • किसी भी कंपनी का शेयर पर मार्केट के सेंटीमेंट का बहुत अधिक प्रभाव पड़ता है अगर कंपनी के प्रति लोगो का सेंटिमेंट अच्छा है तो लोग शेयर में अधिक कीमत पर भी खरीदारी करते है लेकिन अगर कंपनी का सेंटीमेंट अच्छा नहीं है तो शेयर कितना भी सस्ता क्यों ना हो लोग शेयर में खरीदारी करते ही नहीं है, यही इस ग्रुप के साथ भी हुआ और लोग ने इसमें गिरावट होने के बाद भी इसमें खरीदारी नहीं कर रहे है!
  • कंपनी ने इसके अलावा अपने शेयर को Pledge भी किया हुआ है, जब शेयर में गिरावट हुआ तो जिनके पास शेयर Pledge थे वे सभी भी शेयर को बेचने लगे इस कारण से शेयर में गिरावट होने लगी!

What is Circuit Breaker in India

शेयर बाजार में, Circuit Breaker एक सिस्टम होता है जो एक निश्चित अवधि के भीतर एक शेयर या सूचकांक की कीमत एक निश्चित प्रतिशत से गिरने या फिर बढ़ने पर स्वचालित रूप से एक्सचेंज पर व्यापार को रोक देता है। सर्किट ब्रेकर का उद्देश्य उच्च अस्थिरता की अवधि के दौरान पैनिक सेलिंग को रोकना और बाजारों को स्थिर करना है।

सर्किट ब्रेकरों के लिए सटीक नियम और प्रक्रियाएं एक्सचेंज से एक्सचेंज में भिन्न हो सकती हैं, लेकिन आम तौर पर, यदि एक निश्चित अवधि के भीतर एक सुरक्षा या सूचकांक एक निश्चित प्रतिशत से गिरता है, तो व्यापार एक निश्चित अवधि के लिए रुक जाएगा। यदि ट्रेडिंग फिर से शुरू होने के बाद भी कीमतों में गिरावट जारी रहती है, तो एक और सर्किट ब्रेकर ट्रिगर हो सकता है और विस्तारित अवधि के लिए ट्रेडिंग को फिर से रोक दिया जाएगा।

बाजार में गिरावट से बचने और निवेशकों को अपना पैसा खोने से बचाने के लिए सर्किट ब्रेकर लगाए जाते हैं। इसे “सर्किट ब्रेकर नियम” या “मार्केट-वाइड सर्किट ब्रेकर” के रूप में भी जाना जाता है।

Circuit Breaker Rule in India

भारत में अगर आप Ciruit Breaker के नियम को देखगे तो नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के संदर्भ में, एक सर्किट ब्रेकर एक तंत्र है जो एक निश्चित अवधि के लिए एक्सचेंज पर व्यापार को रोकता है यदि बाजार में महत्वपूर्ण और अचानक मूल्य आंदोलन का अनुभव होता है। यह पैनिक सेलिंग को रोकने और बाजार को स्थिर करने के लिए किया जाता है। भारत में NSE और BSE में एनएसई में सर्किट ब्रेकर ट्रिगर्स के तीन स्तर हैं

  • पहला ट्रिगर तब होता है जब मार्केट इंडेक्स 10% ऊपर या नीचे जाता है!
  • ट्रिदूसरा गर होता है जब मार्केट इंडेक्स 15% ऊपर या नीचे जाता है!
  • तीसरा ट्रिगर होता है जब मार्केट इंडेक्स 20% ऊपर या नीचे जाता है।

Circuit Breaker time in India stock market

अब आपको यह तो पता चल गया की कितने ऊपर या नीचे जाने पर शेयर में व्यापार को रोका जाता है लेकिन क्या आपको यह पता है की कितने समय तक व्यापार को रोका जाता है अगर नहीं तो हम आपको बताते है!

  • जब मार्केट 10% ऊपर या नीचे होता है तो 15 मिनट के लिए व्यापार रोका जाता है, और उसके बाद व्यापार फिर से शुरू हो जाता है!
  • जब मार्केट 15% ऊपर या नीचे होता है तो 30 मिनट के लिए व्यापार रोका जाता है, और उसके बाद व्यापार को फिर से शुरू कर दिया जाता है, और आप के जो भी आर्डर होते है उनको पुरे होते है!
  • जब मार्केट 20% ऊपर या नीचे होता है तो उस दिन भर के लिए व्यापार रोका जाता है !

What is Currency ETF

आप ने निफ़्टी, बैंक निफ़्टी, गोल्ड और सिल्वर ईटीफ के बारे में सुना होगा लेकिन क्या आपको पता है की आप Exchange Trasded Fund की मदद से किसी Currency या Forxe में भी निवेश कर सकते है इसको Currency ETF कहते है, जिस प्रकार से दूसरे प्रकार के ईटीफ है उसी प्रकार से यह भी है, जो आपको मुद्रा में निवेश करने की सुविधा देता है, अगर आप ने किसी देश की करेंसी में निवेश किया हुआ है और आपको लगता है उस देश की करेंसी में आने वाले समय में तेज़ी हो सकती है, इसके मदद से उसमे निवेश कर के मुनाफा कमा सकते है, भारत में इस तरह के ETF नहीं है लेकिन अगर आप US और दूसरे देश में देखे तो इस तरह के आपको बहुत सारे ETF आपको मिल जाएगा जो की सीधा करेंसी में निवेश की सुविधा देता है!

Currency ETF के फायदे

  • यह आपको करेंसी में निवेश की सुविधा प्रदान करता है, जो की किसी और प्रकार से संभव नहीं है, आप अगर करेंसी में Future के माध्यम से Trade कर सकते है लेकिन कोई ऐसा सीधा रास्ता नहीं है जिसके मदद से आप इसमें निवेश कर सको!
  • यह आपको मार्केट समय में करेंसी में ट्रेडिंग की सुविधा भी प्रदान करता है, जिससे की आप डेट्रेडिंग भी इसमें कर सकते है!
  • अगर आप एक पोर्टफोलियो बनाना चाहते है, तो आप इसका एक भाग इसमें निवेश कर सकते है!
Currency ETF
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What is Lock in Period

आप सभी आईपीओ में तो निवेश करते होंगे क्या आपको पता है Lock in Period क्या होता है, अधिक्तर जितनी भी कंपनी आईपीओ ले कर आती उसमे कंपनी के जो प्रोमेटेर या जिन लोगो ने कंपनी में पहले से जो निवेश किए होते है वे अपना हिस्सा बेचती है, लेकिन आईपीओ के बाद Lock In Period ( लॉक इन पीरियड ) तक कोई भी शेयर नहीं बेच सकते है, यानी अगर आप को आईपीओ के बाद कोई स्टॉक को बेचना है तो कम से कम एक साल बाद ही बेच सकते है! इसको ही लॉक इन पीरियड कहते है !

भारत में लॉक इन पीरियड कितने समय का होता है

भारत में लॉक इन पीरियड एक साल का होता है, अभी आपने हाल के समय में देखा होगा Paytm, Zomoto, Naykaa इन कंपनी का लॉक इन पीरियड खत्म होने पर इनमे भारी गिरावट देखने को मिली!

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What is UPI

आप सभी Paytm, Google-Pay, Phone-Pay, Bharat-Pay जैसे ऐप का उपयोग करते होंगे किसी को पैसा देने या फिर किसी से पैसा लेने के लिए, यही सभी से आप UPI के माध्यम से पैसा भेजते यह फिर मंगाते है, आप UPI का इस्तेमाल करते है, लेकिन आपको इसके बारे मे पता नहीं होगा आइए आज हम आपको इसके बारे मे बताते है,इसका मतलब होता है Unified Payment Interface इसके मदद से आप एक कई बैंक मे आप यूपीआई की मदद से साल के 365 दिन कभी भी 24 घंटे में कभी भी तुरंत किसी को भी पैसा भेजा जा सकता है! इसकी शुरुआत NPCI (National Payment Corporation India ) ने 2016 में इसकी शुरुआत किया था तब से अब तक इसने भारत के फाईनेंशियल  सेक्टर में एक क्रांतिकारी परिवर्तन लाया है, आज हर दिन इसमें बहुत से लोग के जीवन को आसान बनाया है, सबसे खास बात य़ह है कि इसमें आपको कोई एक्स्ट्रा चार्ज देने की जरूरत नहीं पड़ती है, और य़ह पूरी तरह से भारतीय है!

आज भारत में एक सब्जी वाले पान वाले की दुकान से लेकर मोबाइल रिचार्ज, फ्लाइट टिकट बुकिंग हर जगह आप इसका उपयोग कर सकते है! यह आपकेलिए बिल्कुल फ्री है!

What is Subsidary Company

Subsidary Comapny उन कंपनी को कहा जाता है जिस कंपनी पर किसी और कंपनी का अधिकार होता है, जब भी कोई कंपनी बहुत बड़ी बन जाती है और उसको किसी नई सेक्टर में अपना विस्तार करना होता है तो वह अपनी कंपनी में से ही एक छोटी दूसरी कंपनी का निर्माण करती है वह कंपनी उस कंपनी की सब्सिडरी कंपनी कहलाती है!

भारत में सारी आपको Subsidary कंपनी मिल जाएगी जैसे आप सभी तो OLA कंपनी को जानते होंगे और आपने इसमें सफर भी जरूर किया होगा लेकिन ओला कंपनी की सब्सिडरी कंपनी ओला इलेक्ट्रिक भी है जो के अभी इलेक्ट्रिक दोपहिए वाहन के में काम कर रही है, इसी तरह से TVS Motor की subsidairy कंपनी TVS Electric भी है!

Benefit of Subsidary Company

  • सहायक कंपनी के पास अधिक जोखिम फैसले ले सकती है, क्योकि अगर बड़ी कंपनी ऐसा करती है तो अगर फैसला सही ना हो पूरी कंपनी को घाटा हो सकता है साथ ही साथ नए फैसले बड़ी कंपनी उस तरह से नहीं कर सकती जैसे छोटी कंपनी कर सकती है!
  • सहायक कंपनी के पास Holding Company का साथ रहता है, इस कारण से वे अधिक Agrissive चीज़ो के ऊपर वे काम कर सकती है!
  • सब्सिडरी कंपनी से नए चीज़ो में भी काम कर सकती है!
  • इनके पास शुरुवात में पैसो की कोई कमी नहीं होती है, जिसके कारण से ये नए Idea पर अच्छे से काम कर पाते है!
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What is Priceing Power

इसका मतलब होता है की कोई भी कंपनी कोई भी चीज़ या सर्विस जिसको वह बनाती है उसकी कीमत को वह किस प्रकार से कण्ट्रोल करती है, अगर प्रोडक्ट की किमत को बढ़ाना है तो या कम करना है तो उसमे उस कंपनी की क्या हिससेदारी है, कंपनी का अपने Product या Service के किमत के ऊपरके ऊपर कितना नियंत्रण है, इसको Priceing Power कहते है!

दुनिया में किसी भी चीज़ की किमत वह डिमांड और सप्लाई के आधार पर तय होती है जिस चीज़ की डिमांड अधिक है लेकिन वह चीज़ कम मात्रा में है तो लोग उसको अधिक किमत पर लेंगे लेकिन अगर वह चीज़ अधिक मात्रा में है तो उसकी किमत उतनी ही रहेगी, कोई भी कंपनी किस प्रकार से किसी चीज़ की किमत को अपने फायदे के किस प्रकार से बढ़ती या घटाती है उसको Priceing Power कहते है!

Why Priceing Power is Important

कोई कंपनी किसी क्षेत्र में सफल होगी या नहीं यह उसकी Priceing Power के ऊपर निर्भर करता है अगर कंपनी की Priceing Power अधिक है तो वह अपने प्रोडक्ट को अपने फायदे के अनुसार अधिक किमत पर बेच सकते है! इसके अलावा इससे कंपनी की Monopoly का भी पता चलता है, की उसका सेक्टर पर किस प्रकार से अधिकार है!

एप्रुपरिएशन बिल विनियोग विधेयक

भारत में हर साल वित्त मंत्री एप्रुपरिएशन बिल विनियोग विधेयक को बजट के दौरान भी करती है इसे हम खर्चा बिल भी कहते हैं क्योंकि इस बिल में सरकार को कंसोलिडेटेड फंड समेकित निधि से पैसे लगाने की शक्ति देता है जिसका उपयोग सरकार वित्त वर्ष के दौरान विभिन्न कामों में कर दी है अगर यह बिल भी ना किया जाए तो सरकार को पैसा मिलेगा ही नहीं!

एप्रुपरिएशन बिल विनियोग विधेयक महत्वपूर्ण क्यों है

जैसे मान के चलिए आपके पास कोई बैंक अकाउंट है जो आपके माता पिता ने आप के नाम पर खुलवाया है और उसमें वह पैसा जमा किया हुआ है वह बैंक अकाउंट आपके नाम पर तो है पर आप उस पैसे को निकाल नहीं सकते हैं क्योंकि ना तो आपके पास उस पैसे को निकालने के लिए कोई चेक है और ना ही एटीएम वह पैसा भले ही आप के नाम पर हो लेकिन आपके पास उसे निकालने की अथॉरिटी ना होने के कारण वह आपकी किसी काम की नहीं है ठीक उसी तरीके से भारत सरकार के लिए एप्रुपरिएशन बिल विनियोग विधेयक है सरकार को विभिन्न तरीकों टैक्स से जो पैसा मिलता है जो पैसे कमाती है वह उसके अकाउंट में जमा हो जाता है पर जब तक वह एप्रुपरिएशन बिल विनियोग विधेयक को पेश कर की अनुमति नहीं ले लेती तब तक वह इस पैसे का उपयोग किसी भी काम के लिए नहीं कर सकती है!

  • क्या AI BPO बिज़नेस को खा जाएगा
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    अगर आप हमारे देश की बात करे तो सबसे बड़ा एक्सचेंज NSE (National Stock Exchange) है, यह दुनिया का 10 वा सबसे बड़ा एक्सचेंज है! भारत मे आने वाले समय मे शेयर मार्केट में … Read more
  • What is Vostro account in Hindi
    क्या आप ने सोचा है की एक देश से दूसरे देश में पैसा किस प्रकार के भेजा जाता है, अगर नहीं तो आज हम आपको बताते है इसके लिए एक अलग प्रकार के अकाउंट … Read more
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Types of Chart in Hindi

शेयर मार्केट में जब आप किसी चीज़ का चार्ट होता है तो वह बहुत तरह के होता है, लोग अपने एनालिसिस के आधार पर किसी भी चार्ट का उपयोग करते है और शेयर मार्केट में पैसा कमाते है आज हम आपको इसके बारे में बताने वाले है!

  1. Line Chart
  2. Bar Chart
  3. Candlestick Chart
  4. Volume Chart
  5. Renko Chart

What is Line Chart : लाइन चार्ट क्या होता है

यह सबसे सरल और सबसे पुराना चार्ट होता है, इसमें हर दिन के Closing Price को मिला कर के इसको बनाया जाता है, जब इन सबको मिलाया जाता है तो वह एक लाइन की तरह होती है इसलिए इसको लाइन चार्ट कहा जाता है!

What is Bar Chart : बार चार्ट क्या होता है

बार चार्ट में किसी दिन की वह कहा Open हुआ कहाँ Close हुआ उस टाइम फ्रेम में उसकी Upper और Lower वैल्यू क्या थी इन सब के बारे में जानकारी दे होती है!

Bar-chart-hindi. what-is-bar-chart
Bar Chat

What is Candlestick Chart : कैंडलस्टिक चार्ट क्या होता है

यह वर्त्तमान समय में सबसे अधिक उपयोग में किया जाने वाला चार्ट है इसमें एक कैंडल में ही सारी जानकारी Open, High, Close, Low इन सब के बारे में देखने पर ही पता चल जाता है!

Candlestick-chart
Candlestick Chart

What is Volume Chart : वॉल्यूम चार्ट क्या होता है

यह भी एक तरह का Candlestick Chart होता है लेकिन इसमें Candle में वॉल्यूम को भी दिया होता है इस कारण से इसमें वॉल्यूम इंडिकेटर को अलग से ऐड करने की जरुरत नहीं होती है!

Option Trading क्या होता है?

Option Trading

आज कल के समय में लोग कम समय में अधिक पैसा बनाना चाहते है इसके लिए वे ट्रेडिंग करते है, जब आप ट्रेडिंग करते है तो आप के पास बहुत सारे Instrument होते है जिसमे आप ट्रेडिंग कर सकते है

  • Cash Market Trading
  • Future Trading
  • Option Trading
  • Commodity Trading
  • Currency Trading

इसमें से आप किसी में भी भारत में ट्रेडिंग कर सकते है, या फिर आप सभी में ट्रेडिंग कर सकते है, इसमें अभी वर्त्तमान समय में Option Trading के प्रति लोग सबसे अधिक आकर्षित होते है!

ऑप्शन ट्रेडिंग किसे कहते है?

जब आप वायदा बाजार के Option Instrument में ट्रेडिंग करते है तो उसको Option ट्रेडिंग कहते है, इसमें आप या तो Call और Put को खरीद कर के ट्रेडिंग करते है या फिर इसको बेच कर के मुनाफा कमाते है, लोग इसमें कम समय में अधिक मुनाफा होने के लालच में इसमें ट्रेडिंग करना पसंद करते है, विकल्प व्यपार में कुछ ही समय में आपका पैसा कई गुना हो सकता है लेकिन इसके साथ ही साथ इसमें आपका पूरा पैसा डूबने का डर होता है!

विकल्प व्यपार की शुरुवात किसी भी Underline को किसी किमत पर खरीदने और बेचने के लिए किया गया था, लेकिन समय के साथ लोगो का इसके प्रति आकर्षण बढ़ता गया, और आज यह भारत में सबसे लोकप्रिय Trading Instrument बन गया है!

ऑप्शन ट्रेडिंग में रिस्क

आज के समय में लोग बहुत जल्द दुसरो से प्रेरित हो जाते है और बिना इसके रिस्क को समझे इसमें काम करने लगते है, किसी भी और तरह के ट्रेडिंग की तुलना में इसमें सबसे अधिक रिस्क रहता है, आप का पैसा कुछ समय में आधा हो सकता है और एक्सपायरी के दिन उसकी वैल्यू जीरो हो जाती है, जो लोग इसमें काम करते है उसमे से बहुत से लोगो को इसके बेसिक जानकारी भी नहीं होती है इस कारण से लोगो को इसमें बहुत अधिक रिस्क होता है, अगर आप ने अपने Trading Career का आरम्भ किया हुआ है तो आपको इससे अभी दूर रहना चाहिए!

“Trading For Living” क्या होता है?

कोरोनावायरस आने की बात बहुत से लोगों का रुझान शेयर मार्केट की तरफ बढ़ा है वर्तमान समय में बहुत से लोग शेयर मार्केट में निवेश करना पसंद कर रहे हैं वह अपने छोटे बड़े पैसे के साथ अपनी बड़ी अभिलाषा के साथ शेयर मार्केट में आते हैं इनमें से बहुत से लोग पढ़े लिखे हैं जो कि बड़ी-बड़ी कंपनियों में काम करते हैं और कुछ लोग कम पढ़े लिखे हैं लेकिन इन सब में शेयर मार्केट के प्रति लगाव बहुत है!

भारत में युवाओं की आबादी सबसे अधिक है और जो लोग काम करते हैं उनमें से 90% लोग अपनी नौकरी से खुश नहीं है इसी कारण से वह लोग सोचते हैं कि अगर शेयर मार्केट इतनी अच्छी जगह है यहां लोग इतना पैसा कमा रहे हैं तो वे नौकरी को करना छोड़ कर खुद ही Trading करना चाहते हैं ताकि उनको कोई नौकरी ना करना पड़े और वह कम मेहनत में अधिक पैसा कमाए!

Trading For Living Hindi

जब लोग यह सोचते हैं कि वे केवल Trading करके अपना घर चला सकते हैं इसी को ही Trading For Living कहते से लोग शेयर मार्केट में नियमित तौर पर ट्रेडिंग के माध्यम कमाना चाहते है, वे अपने दैनिक खर्चो के लिए इसके ऊपर आश्रित होना चाहते है, इसमें लोगो की बुराई नहीं है, लेकिन लोग ऐसा बहुत कम समय करना चाहते है, जब कोई Engineer, Doctor, अधिवक्ता एक हे दिन में नहीं बन जाता इसके लिए सालो के मेहनत की जरुरत होती है, ठीक उसी प्रकार भी है, इसके लिए भी सालो की मेहनत की जरुरत होती है!

साथ हे साथ आप अगर कोई भी दूसरा Business करते है तो आपको हर दिन फायदा हो ऐसा जरूरी है ठीक उसी तरह से है, आपको हर दिन फायदा होगा इसकी कोई गारंटी होती है!