आप सभी तो यह जानते होंगे की जब से Hindenburg ने रपोट निकला है उसके बाद से ही Adani Group की मुसबित कम होने का नाम नहीं ले रहे है, कमपनी के शेयर की किमत, बांड की वैल्यू, और इन्वेस्टर का भरोशा इन सभी का लगातार नुकसान होता जा रहा है, अगर आपभी देखगे तो एक समय पर Gautam Adani दुनिया के तीसरे सबसे अमीर आदमी थे और आज वे दुनिया के 28 वे आमिर आदमी तक फिशल गए है!
इन सभी घटना में लोगो को दो भागो में बाट दिया है पहला वे जो की यह कह रहे है कि अडानी जी सही है दूसरा वे जो कहते है की गौतम अडानी ने गलत किया, इन सब के बीच में जिस ने उन कंपनी निवेश किया था चाहे वे सीधे तरीके से या फिर Mutual Fund या ETF के माध्यम से उन सभी का पैसा का घाटा हुआ है, कंपनी अलग अलग तरीको से इस समस्या से अपने आप को बाहर निकलने की कोशिश कर रही है, चाहे वे भारत और विदेशो के निवेशकों के माध्यम से कंपनी के 20,000 Cr. के Adani Enterprises के FPO को मार्केट में किमत उससे अधिक किमत पर Subscribe कराना या फिर मीडिया के माध्यम से और Ligal तरीको से बचाओ करना लेकिन इसके बाद कंपनी शेयर की किमत लगातार गिरावट हो रही, इसके पीछे क्या कारण चलिए आज हम आपको यह बताते है!
अडानी ग्रुप गिरने के कारण
- इसका सबसे बड़ा करना शेयर का किमत महंगा होना, ग्रुप के आप किसी भी कंपनी के शेयर को देख ले सभी की PE मार्केट के दूसरी कंपनी के तुलना में बहुत अधिक था, Adani Enterprices का शेयर का PE 300 के अभी अधिक था, इस कारण से जब ये खबर आया लोग ने जो इसके शेयर में निवेश करना चाहते थे वे भी अधिक महंगा होने के कारण इसमें खरीदारी करना बंद कर दिया जिस कारण से इसकी किमत में गिरावट होने लगी!
- दूसरा बड़ा कारण है कंपनी के पास कर्जा बहुत अधिक है अगर कंपनी की Market Cap से इसके तुलना में वैसे तो ये कम है और कंपनी ने कभी कोई Payment देने में देर नहीं किया लेकिन इसके बाद भी यह दूसरे कंपनी से अधिक होने के कारण लोग इसके शेयर से बिकवाली करने लगे!
- किसी भी कंपनी का शेयर पर मार्केट के सेंटीमेंट का बहुत अधिक प्रभाव पड़ता है अगर कंपनी के प्रति लोगो का सेंटिमेंट अच्छा है तो लोग शेयर में अधिक कीमत पर भी खरीदारी करते है लेकिन अगर कंपनी का सेंटीमेंट अच्छा नहीं है तो शेयर कितना भी सस्ता क्यों ना हो लोग शेयर में खरीदारी करते ही नहीं है, यही इस ग्रुप के साथ भी हुआ और लोग ने इसमें गिरावट होने के बाद भी इसमें खरीदारी नहीं कर रहे है!
- कंपनी ने इसके अलावा अपने शेयर को Pledge भी किया हुआ है, जब शेयर में गिरावट हुआ तो जिनके पास शेयर Pledge थे वे सभी भी शेयर को बेचने लगे इस कारण से शेयर में गिरावट होने लगी!