क्या AI BPO बिज़नेस को खा जाएगा

आज के समय में दुनिया बहुत अधिक तेज़ी से बदल रही समय में देखगे तो AI, Meta और Chat-Box इन सब के कारण से आने वाले समय इसका विकास और भी अधिक तेज़ी से होने वाला है, आज से अगर आप साल पहले की बात करते तो AI के बारे में लोगो को बहुत ही कम पता था लोगो को लगता था, AI कितना भी एडवांस हो जाए वह मनुष्य से अधिक समझदार नहीं हो सकते है, लेकिन अभी जिस इसका विकास हो रहा है, वह समय दूर नहीं है AI आप और हम से अधिक समझदार हो जाए, आप ने Open-AI के बारे में जरूर सुना होगा जो की आप के हर सवाल का यूनिक जवाब दे देता है जो आपको इंटरनेट कही भी नहीं मिलेगी, इसके अलावा आपके कोई सॉफ्टवेयर या कोडिंग करनी है तो वह भी आसानी से कर है! इन सब को देखे तो यह लगता आने वाले समय में दुनिया बहुत अधिक तेज़ी से बदलने वाली है, इसमें से बहुत सारी ऐसी कंपनी, और उसमे काम करने वाले लोग है जिनकी नौकरी खतरे में है इसमें से एक भारत का BPO का बिज़नेस !

What is BPO Business Process Outsourcing

इसका मतलब होता है जब भी कोई बिज़नेस अपने बिज़नेस की किसी काम को करने के लिए किसी थर्ड पार्टी कंपनी की मदद लेती है उसको हम BPO बिज़नेस प्रोसेस आउटसोर्सिंग कहते है, इसका फायदा यह होता है की कंपनी को इसके लिए अलग से लोग को जॉब नहीं देना होता है इसके अलावा कंपनी ट्रेनिंग, सिस्टम में खर्चा नहीं करना होता है यह कॉन्ट्रैक्ट के आधार पर कोई भी BPO कंपनी कम पैसे में कर देती है, भारत इसमे सस्ते लेबर और करेंसी के कारण इसका मार्केट शेयर बहुत अधिक है अगर आप बात करे तो अभी भारत में यह US$5.04 Bn का और यह सालाना आधार पर यह 10% से बढ़ रहा है लेकिन अब इस क्षेत्र के खतरे की घंटे बजने वाली है क्योकि अगर आप अभी देखगे तो जिस तरीके से दुनिया भर के कंपनी अपने यहां से लोगो को नौकरी रही है यह अच्छी बात नहीं है, इसके अलावा इंडिया की जो BPO इंडस्ट्री काम उसमे से बहुत काम अभी के समय में ही AI की मदद से किया जा रहा है, तो ऐसे में जो लोग इस क्षेत्र में उनके भी नौकरी खतरे में है, आप अभी के समय में Customer Care की बात कर लो पहले यह काम लिए लोगो की जरुरत होती है जो बैठ के आप मदद थे लेकिन अब यह काम Pre-Programmed AI आसानी से कर लेता है और इसी तरीके भी है जिसमे कंपनी Cost Control के वजह से AI करवा है! आप क अगर कुछ समय पहले अगर कोई कम्प्लेन करनी होती थी आपको कस्टमर केयर में फ़ोन कर के करना होता था लेकिन अब यह काम चैट बॉक्स आसानी से कर देता है!

India IT Business is the Danger because of Artificial Intelligence and Open AI

इन सब को देख कर के तो लगता है की आने वाले समय में भारत का जो BPO बिज़नेस है वह धीरे धीरे गिरावट होगी और इस बात में हैरानी भी नहीं होगी की आने वाले 5-10 साल में यह पूरी तरह ख़तम भी हो सकती है! ऐसे में जो लोग इसमें काम कर रहे है वे अगर अपने स्किल के ऊपर ध्यान नहीं देंगे तो वे भी बेरोजगार हो जाएगे!

What is Vostro account in Hindi

क्या आप ने सोचा है की एक देश से दूसरे देश में पैसा किस प्रकार के भेजा जाता है, अगर नहीं तो आज हम आपको बताते है इसके लिए एक अलग प्रकार के अकाउंट की जरुरत होती है जिसको हम Vostro Account के नाम से जानते है, जिसके जरिए एक देश में बैठा आदमी दूसरे देश में बैठा आदमी या व्यसायी को पैसा भेजता है!

क्या होता है Vostro Account

Vostro एक लैटिन शब्द है जिसका मतलब होता है तुम्हारा खाता जैसे मन कर के चलते है आप को कोई सामान किसी दूसरे देश में भेजना है और वहा आपको उसके बदले में पैसा लेना है, जब आप अपना सामान ( प्रोडक्ट ) को भेज देते है तो वह सीधे पैसा आपको नहीं भेज सकता है इसके लिए एक Mechanism की जरुरत होती है इसमें जिसने आप से सामान मंगाया है उसका पैसा उस देश में स्थित आपके Vostro Account में जमा कर देगा, इस प्रकार से यह पूरा लेन देन पूरा होगा, वैसे ही अगर आप को किसी दूसरे देश में किसी व्यापारी से कोई सामान मांगना है तो उसके लिए आप अपने देश में उस व्यापारी के Vostro अकाउंट में पैसा जमा करना होगा, और उसके बाद वह आपको समान भेजेगा!

What is Pledge share

अगर आप एक Fundamental Investor है तो आप ने Pledge Share के बारे में जरूर सुना होगा अगर आप किसी कंपनी का फंडामेंटल एनालिसिस कर रहे है तो यह बहुत ही जरुरी चीज़ है, जिसको देख के के ही आपको किसी कंपनी में निवेश करना है या नहीं उसके बारे में अपनी फैसला लेना चाहिए, कोई भी एक सफल शेयर मार्केट निवेशक इसको जरूर देखता है, अगर आप भी एक सफल निवेशक बनाना चाहते है तो इसको जरूर देखना चाहिए, लेकिन इसके लिए आपको सबसे पहले यह जानना होगा की आखिर यह होता क्या है तो चलिए आज हम आपको इसके बारे में बताते है!

क्या होता है प्लेज शेयर या गिरवी शेयर

इसको सुनने में ऐसा लग रहा है की यह किसी कंपनी का कोई खास तरह का शेयर होगा लेकिन ऐसा नहीं है यह भी आप जो शेयर मार्केट में शेयर खरीदते है उसके जैसा ही है, जब किसी के किसी शेयरहोल्डर या मालिक को पैसो की जरुरत होती है तो वह या तो उसके पास शेयर है उसको मार्केट में जो किमत है उस किमत पर बेच कर के पैसा जुटाए या फिर दूसरा तरीका होता उसके पास जो शेयर है उसको किसिस के पास में गिरवी रख के पैसा जुटाए!

पहले के समय में और आज भी भारत में लोग निवेश के लिए सोना ( गोल्ड ) सबसे लोकप्रिय था, क्योकि यह आभूषण के काम आता था और इसके अलावा लोगो इसको किसी और के पास में गिरवी रख कर के पैसा मिल जाता था, यही चीज़ Pledge Share के साथ भी होती है, लोग अपने पास शेयर है उसको गिरवी रख कर के पैसा जुटाते है!

आपको लोन Loan कब लेना चाहिए

अगर आप किसी से पूछेंगे की लोन लेना अच्छी बात है या फिर बुरी तो आपको अधिकतर लोग यह कहते हुए मिल जाएगे की लोन लेना अच्छा नहीं होता है, अगर आप ने लोन लिया हुआ है तो इसका मतलब यह है की आप के पास पैसे कम है गरीब आदमी है, आपके पास पैसा नहीं है इस कारण से आप ने Loan लिया होगा, तो चलिए आज हम इसको असलियत के बारे में बताते है!

What is Loan

Loan का मतलब होता है की किसी से पैसा उधार लेना, और बदले में आप ने जिससे उधार लिया उसको आप बदले में ब्याज देते है, आप किसी को कितना पैसा ब्याज में देते है वह इस बात पर निर्भर करता है की आप ने कितने समय और किसी Interest Rate पर ब्याज को लिया हुआ है, इसमें जो पैसा देता है उसको ब्याज के रूप में फायदा होता है और जो पैसा लेता है उसको जरुरत होने पर पैसा मिल जाता है!

क्या Loan लेना सही है

अगर आप ऊपर में लोन लेना क्या होता है ये बात जान लिया होगा तो आपको यह लगता होगा की लोन लेने से आपको बेकार में उसमे ब्याज देना होता है जिससे आपको नुकसान होता है साथ ही साथ जो लोन देता है उसको बिना कुछ करे ही फायदा होता है, जैसे अगर आपने 100000 रूपए किसी से एक साल के लिए 15% इंटरेस्ट रेट पर लोन लिया हुआ है तो आपको एक साल के बाद 1,15,000 रूपए लौटने होगा, यानी 15,000 रूपए आपको एक्स्ट्रा देने होगा!

अब हम यह बात करते है की आपको Loan लेना चाहिए या फिर नहीं तो यह इस बात पर निर्भर करता है की आप इसको लोन किस कारण से ले रहे है, दुनिया में जितनी भी कंपनी है वे सभी अपने कंपनी के विस्तार के लिए लोन लेती है, दुनिया में लगभग हर कंपनी लोन लेती है, किसी भी कंपनी को कोई नया प्लांट लगाना हो या फिर कोई नया बिज़नेस की शुरुवात हर कंपनी लोन लेती ही है! आप दुनिया भर के जितने भी देश है उसको देख लो हर सरकार लोन लेती है!

अगर आप किसी ऐसी चीज़ के लोन लेते है जिससे की आपको जितना आप Interest दे रहे है उससे अधिक फायदा होता है तो आपको Loan लेना चाहिए, अगर आप अपने बिज़नेस को बढ़ाने के लिए नया बिज़नेस शुरू करने के लिए लोन लेते है तो यह सही होता है लेकिन अगर आप ऐसे चीज़ो के लिए उधार लेते है जिससे आपको कुछ फायदा नहीं होता है, बल्कि समय के साथ आपने जो चीज़ लिया हुआ है उसकी किमत कम ही होने वाली है, तो ऐसे में आपको लोन लेने से बचना चाहिए! आज के समय में लोग दिखावे के लिए जैसे मोबाइल, घर, कार इन सभी के लिए क्रेडिट कार्ड या फिर बैंक से लोन लेट है इन सभी से उनको कुछ फायदा तो होता नहीं है, साथ ही साथ उन्होंने जो सामान लिया हुआ होता है उसकी वैल्यू भी समय के साथ कम होती रहती है, इससे उनको नुकसान होता है!

इसके विपरीत जब आप लोन ले कर के अपना कोई बिज़नेस शुरू करते है, जिससे की आपको फायदा होता है और वह फायदा आप जो मेहनत कर रहे है और आप जो इंटरेस्ट में एक्स्ट्रा पैसा देने वाले है उससे अधिक है तब वह आपके लिए अच्छा है, हर कंपनी ऐसे ही बड़ी बनती है!

ITC Company Business Model Hindi

ITC इस कंपनी की शुरुवात तम्बाकू बनाने से हुआ था और आज यह भारत की सबसे बड़ी भारतीय FMCG कंपनी में से एक है, यह आज बहुत सरे Business Segment में काम करती है आज हम आपको इसके बारे में बताते है!

ITC कौन कौन से क्षेत्र में काम करती है

  • FMCG : कंपनी का FMCG के क्षेत्र में बहुत सारे प्रोडक्ट है, इसमें कंपनी आटा, बिस्कुट, सिगरेट, Cookies, अगरबत्ती, धुप, जैसे प्रोडक्ट आते है!
  • HOTEL:- कंपनी इसके अंतर्गत बहुत सारे होटल आते है, यह भारत की तीसरी सबसे बड़ी होटल चैन कंपनी है !
  • AGRI BUSINESS:- कंपनी बहुत सारे एग्रीकल्चर प्रोडक्ट की पैकिजिंग और वितरण का काम करती है !
  • PAPERBORDS & SPECIALTY PAPERS:- कंपनी इसके अंतर्गत कागज की मैन्युफैक्चरिंग का काम करती है!
  • INFORMATION TECHNOLOGY
  • PACKING

ITC कंपनी बहुत सारे बिज़नेस है, अगर कंपनी की हिस्ट्री की बात करे तो इसकी शुरुवात 24 अगस्त 1910 में Imperial Tobacco Company of India Limited, इसके बादसाल 1970 में इसका नाम बदल कर के India Tobacco Company Limited कर दिया गया और इसके बाद 1974 में I.T.C. Limited इसके बाद कंपनी का बहुत सारे क्षेत्रो में अलग अलग बिज़नेस होने के वजह से इसका नाम 18 सितम्बर 2001 को ITC Limited कर दिया गया लेकिन आज भी लोग इसको इंडियन तम्बाकू कंपनी के नाम से ही जानते है !

ITC FMCG BUSINESS

कंपनी इसके अंतर्गत बहुत सारे प्रोडक्ट और ब्रांड की पोर्टफोलियो है,कंपनी का अधिकतम रेवेन्यू इसी से ही आता है, कंपनी का नीचे दिए हुए फोटो में सारे ब्रांड के अंतर्गत अपने प्रोडक्ट को बेचती है, इसमें कंपनी अपने अलग अलग ब्रांड के माध्यम से अलग अलग उम्र के लोगो को टारगेट करती आप भी इसमें से बहुत सारे प्रोडक्ट का उपयोग आप भी जरूर करते होंगे! FMCG के बिज़नेस में डिस्ट्रीब्यूशन सबसे अधिक महत्वपूर्ण होता है, कंपनी का डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क भी बहुत अच्छा है जिसके मदद से अगर कंपनी को कभी कोई नया प्रोडक्ट मार्केट में लाना होता है तो वह आसानी से लोगो तक अपने प्रोडक्ट को पहुंचा पाती है!

ITC FMCG BUSINESS

ITC CIGRATE BUSINESS

कंपनी का दूसरा बिज़नेस है तम्बाकू का कंपनी को सबसे अधिक फायदा इसी से आता है, कंपनी बहुत प्रकार के सिगरेट का उत्पादन, डिस्ट्रीब्यूशन और सेलिंग का काम करती है, कंपनी इस क्षेत्र में मार्केट लीडर है!

कंपनी ऊपर दिए गए Brand के नाम से सिगरेट को बनाती है और उनको बेचने का काम करती है! कंपनी इसके अलावा दूसरे देशो में इसका एक्सपोर्ट करने का भी काम करती है!

AGRI Commodities & Ruler Service

इसके अंतर्गत कंपनी बहुत सारे एग्री प्रोडक्ट को पैकिंग और सेल्लिंग का काम करती है!

Why Liquidity is Important in ETF

अगर आप कम रिस्क में शेयर मार्केट में निवेश कर के पैसा कमाना चाहते है तो इसके लिए सबसे अच्छा तरीका है की आप सूचनाक ETF में निवेश करे लेकिन जब आप ईटीएफ में निवेश करते है तो इसमें एक समस्या यह आती है की जब आप एक साथ बहुत सारा इसको खरीदने के लिए जाते है तो इसकी किमत बढ़ जाती है, और जब आप एक साथ इसको बेचने के लिए जाते है तो इसकी कीमत कम हो जाती ऐसा इस कारण से होता है क्योकि Liquidity बहुत कम होती है इस कारण से जब आप इसको बेचने के लिए जाते है तो खरीदार अधिक नीचे किमत पर रहता है इस कारण से आपका सौदा कम कीमत पर कटता है, और इसका उल्टा खरीदने के समय होता है!

इस कारण से आप खरीदते या बेचते है तो आपको जो मार्केट में कीमत चल रही होती है उससे अधिक नुकसान होता है, इस कारन से आप एक समय पर अधिक सारे शेयर को खरीद या बेच नहीं सकते है, अगर आप इस समस्या सेबचाना चाहते है, तो इसके लिया सिर्फ उन ETF में ह निवेश करना चाहिए जिससे Liquidity अधिक हो!

Benefit of High Liquidity ETF in Hindi

  • आप ETF में बड़ी मात्रा में खरीदारी और बिकवाली कर सकते है, और इसमें आप लगभग जो मार्केट किमत होती है वह आप उसी किंमत कर सकते है
  • आप इसमें मार्केट कीमत पर खरीदारी करते है आप कम डिफरेंटप्राइस पर कर सकते है!

What is the First EFT in World

आप सभी तो ETF में निवेश करते हैं यह निवेश करने का सबसे आसान तरीका है जिसमें आप कम खर्च में अच्छा रिटर्न आ कमा सकते हैं इसके अलावा आप ईटीएफ को शेयर के तरह खरीद या बेच भी सकते हैं पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा पैसा अगर किसी चीज में अभी निवेश किया गया है तो वह ईटीएफ ही है लेकिन क्या आपको पता है कि इसकी शुरुआत सबसे पहले कहां हुई थी अगर नहीं तो आज हम आपको इसके इतिहास के बारे में बताते हैं !

ETF यानी एक्सचेंज ट्रेडेड फंड इसकी शुरुआत दुनिया के सबसे बड़े मार्केट अमेरिका मार्केट में हुआ था आज इसको 30 साल हो गए हैं, सबसे पहले इसको 22Jan 1993 में लांच किया गया था, और दुनिया का सबसे पहला ईटीएफ SPDR S&P 500 Etf है, जो कि अमेरिका में स्थित कंपनियों में सीधे तरीके से निवेश करने की सुविधा देता है अगर आप आज के समय में बात करेंगे तो आपको बहुत सारे ETF मिल जाएंगे आपको अलग-अलग सेक्टर अलग-अलग इंडेक्स अलग-अलग थीम अलग-अलग रिस्क के आधारित और अलग ऐसेट क्लास में निवेश करने के लिए ईटीएफ मिल जाएगा!

What is the India First ETF

अगर आप India की बात करेंगे तो India का सबसे पहला ETF Niftybees है इसकी शुरुवात 8 जनवरी 2022 में हुआ था, और तब से यह अभी तक काम कर रही है अगर आप ने इसमें निवेश किया होता तो आप सालाना आधार पर 14-15% का रिटर्न बना सकते है, इतना रिटर्न अगर आप इतने लम्बे समय तक कोई Mutual Fund कंपनी नहीं दे पाती है!

Nifty Bees Historical Chart

यह ऊपर आपके सामने Nifty 50 ETF Niftybees का शुरू से ले कर अभी तक चार्ट है, इसमें आप देख सकते है की आपको इसमें कितना रिटर्न मिला होता जब सबसे पहले इसकी शुरुवात हुआ था तब इसकी किमत 10 रूपए थी और आज इसकी कीमत 194 रूपए है!

What is Scma 1992 Searies

यह सोनी लाइव पर 2020 पर आया हुआ एक वेब सीरीज है, जो की सन 1992 में हुआ सबसे बड़े शेयर मार्केट स्कैम हर्षद मेहता के जीवन पर आधारित है, जिसमे उसने यह घोटाला किस प्रकार से किया था उसके बारे में बताया गया है, अगर आप शेयर बाजार जुड़े हुए है तो आपको इसको जरूर देखनी चाहिए, इसके आलावा आप अच्छी वेब सीरीज देखना चाहते है तो भी आप इसको देख सकते है!

How to watch scme 1992 free

अगर आप Scam 1992 देखना चाहते है तो आप इसको सोनी लाइव ऐप पर जा कर देख सकते है, इसके लिए आपके पास Soni का सब्सक्रिप्शन होना जरुरी है तभी आप इसको फ्री में देख सकते है! अगर आपके पास इसका प्लान नहीं है तो आप इसको रेंट में ले कर के देखना होगा इसके अलावा आप इसको नेट के माध्यम से Downlode कर के भी देख सकते है!

Is scam 1992 web series Truth

बहुत से लोगो के मन में यह सवाल आता है कि Scam 1992 में जो कुछ भी बताया गया है वह सब सही है, तो इसमें सारी चीज़े सही नहीं है इसमें कुछ चीज़ो को बढ़ा कर के दिखाया गया है, इसमें कुछ चीज़ो को छुपाया गया है, अगर आप Harsad Mehata को देखो तो जैसा उस समय जो मार्केट में थे उन लोगो का कहना था की वे बहुत ही Rude तरह के लोग थे, एक बार जब कंपनी से कोई जानकारी लिक कर दिया गया तो उसने अपने कंपनी वाले बही लोगो को स्विमिंग पुल में खड़ा कर दिया था! इसके अलावा भी इस तरह के और भी बहुत से स्टोरी है उनके बारे में !

Why People Louse Money In Mutual Fund

आप सभी तो Mutual Fund में निवेश करने के फायदे में जानते जरूर होंगे लेकिन क्या आप जानते है 60% म्यूच्यूअल फंड स्कीम ऐसी होती है जो की लम्बे समय में इंडेक्स से भी कम रिटर्न देती है यानी अगर आप किसी म्यूच्यूअल फण्ड स्कीम में 10 साल के लिए निवेश किया हुआ है तो बहुत सम्भवना है की इंडेक्स 15% CAGR से रिटर्न दे और आपका फंड 15% CAGR से कम, इसके अलावा भी बहुत से ऐसे लोग भी होंगे जिसने जितना उसका फंड रिटर्न दिया है वह उससे कम रिटर्न दे, ऐसा क्यों होता है इसके बारे में आज हम आपको बताते है

  • इसका पहला कारण है की लोग MUTUAL FUND को बिना सोचे समझे बस रिटर्न को देख कर के निवेश करते है वे किसी भी म्यूच्यूअल फंड बस इसलिए निवेश करते है क्योकि उसने अच्छा रिटर्न दिया है, ऐसा करना गलत है आपको अपनी जरुरत और रिस्क को समझ कर के निवेश करना चाहिए ! आप ने यह जरूर सुना होगा म्यूच्यूअल फंड के ऐड में “म्यूच्यूअल फंड रिटर्न इज सब्जेक्टेड टू मार्केट रिस्क” यानी इसमें मार्केट के उतार चढ़ाव का रिस्क शामिल है, तो इसको बिना सोचे समझे क्यों निवेश करना!
  • दूसरा कारण होता है की लोग किसी म्यूच्यूअल फंड में निवेश तो कर लेते है, लेकिन जब भी उनको थोड़ा रिटर्न बनता है अपने निवेश को निकल लेते है और फिर और किसी फंड में निवेश करते है, लोगो एक से दूसरे, दूसरे से तीसरे और इसी तरह से निवेश करते है, अगर कोई फण्ड में अगर निवेश कर रहे है और वह अच्छा रिटर्न दे रहा इसका मतलब है की वह फंड पर आप सही टाइम में निवेश किया है और फंड मैनेजर अच्छा है, इस कारण से आपको उसमे बने रहना चाहिए!
  • तीसरा कारण होता है लोग किसी Mutual Fund में क्यों निवेश कर रहे है यह उनको पता ही नहीं होता है, अगर आप किसी में बिना Goal के निवेश कर रहे है, तो आप थोड़े से मार्केट Voltality में आप उसमे से निकल जाएगे, जैसा दो लोग है A और B, A ने किसी फंड में कोई GOAL रख कर के जैसे अपनी बेटी की करनी सोच कर के निवेश किया है और B ने ऐसे ही बिना सोचे, कुछ समय बाद दोनों को पैसे की जरूरत होती है तो ऐसा बहुत संभव है की A अपने फंड में से पैसा नहीं निकलेगा, बल्कि वह और दूसरे तरीके से अधिक मेहनत कर के पैसो की व्यवस्था करेगा, जबकि दूसरा आदमी B जिसमे बिना Goal के निवेश किया हुआ है वह बिना पैसो की जरुरत हुए जैसे कार, मोबाइल, या दूसरे चीज़ो के लिए पैसो की जरुरत होने पर भी वह फंड में से पैसा निकल लेगा !

What is In Organic Growth

जब भी कोई कंपनी को अपना बिज़नेस बढ़ना होता है तो उसके पास दो तरीका होता है पहला की अभी वह जो बिज़नेस कर रही है उसको ही आगे बढ़ाए उसमे ही और निवेश करे जिससे कंपनी का Sales और Revenue बढ़े जिससे कंपनी की ग्रोथ हो और दूसरा तरीका होता है की वह अपने ही क्षेत्र में काम करने वाली किसी और कंपनी को अपने में शामिल कर इस दूसरे तरीके को हम In Organic Growth कहते है !

जो बड़ी कंपनी होती है वे अक्सर ऐसा करती है जिससे उनकी ग्रोथ की रफ़्तार बानी रहे क्योकि बड़ी कंपनी के पास पैसा अधिक रहता है, इस कारण से वे इन आर्गेनिक ग्रोथ का सहारा लेती है, इसके अलावा कई कंपनी ऐसी भी होती है जो की जिस क्षेत्र में काम कर रही है उससे अलग क्षेत्र में काम करना चाहती है तो इसके लिए भी वः कंपनी In-Organic Growth का सहारा लेती है!

WHAT IS BULL PUT SPREAD

एक Bull Put Spread एक प्रकार की Bullish ऑप्शन ट्रेडिंग रणनीति है जिसमें एक पुट ऑप्शन की एक साथ खरीद और कम स्ट्राइक प्राइस के साथ दूसरे पुट ऑप्शन की बिक्री शामिल है। बुल पुट स्प्रेड का लक्ष्य अंतर्निहित परिसंपत्ति की कीमत में मामूली वृद्धि से लाभ प्राप्त करना है। रणनीति में उच्च स्ट्राइक मूल्य (जिसे “लॉन्ग पुट” कहा जाता है) पर पुट ऑप्शन खरीदना और कम स्ट्राइक प्राइस पर पुट ऑप्शन बेचना शामिल है (जिसे “शॉर्ट पुट” कहा जाता है)।

दो स्ट्राइक कीमतों के बीच के अंतर को “स्प्रेड” के रूप में जाना जाता है। बुल पुट स्प्रेड का संभावित लाभ सीमित है, लेकिन यह अन्य विकल्प ट्रेडिंग रणनीतियों की तुलना में कम जोखिम भरा भी है। अधिकतम लाभ दो स्ट्राइक कीमतों के बीच के अंतर के बराबर होता है, जिसमें भुगतान किए गए शुद्ध प्रीमियम को घटाया जाता है। अधिकतम नुकसान भुगतान किए गए शुद्ध प्रीमियम के बराबर है। Bull Put Spread को तेजी की रणनीति माना जाता है, क्योंकि ट्रेडर अंतर्निहित परिसंपत्ति में ऊपर की ओर बढ़ने की उम्मीद कर रहा है, और सीमित जोखिम के बदले सीमित लाभ स्वीकार करने को तैयार है।

How to Apply Bull Put Spread

यह एक बुलिश ऑप्शन ट्रेडिंग करने का तरीका है इसलिए आपको सबसे पहले Option Chain और Technical Analysis के माध्यम से सबसे पहले इसको यह देखना है की किसी शेयर में कोई तेज़ी तो नहीं होने वाली है, आपकों यह देखना है की शेयर या इंडेक्स में तेज़ी हो लेकिन वः अधिक न हो तभी इसको उपयोग करना सबसे अधिक फायदेमंद होता होता है!

What is Upper Circuite

Upper Circuite आप ने इसके बारे में तो जरूर सुना होगा और जब आपके पोर्टफोलियो का कोई शेयर में यह लगता है तो आपको बहुत ख़ुशी होती है, Uppper Circuite का मतलब होता है जब कोई शेयर अपने उस दिन की अधिकतम लिमिट जहा तक वह शेयर किसी दिन बढ़ सकता है तो उसको उप्पेर सर्किट कहते है, अलग अलग शेयर के लिए इसका लिमिट अलग अलग होता है!

Upper Circuite कौन तय करता है

किसी भी कंपनी में जो की NSE या BSE में लिस्टेड है उनकी Upper Circuite कितना होगा इसको तय करने का काम SEBI करती है सेबी समय समय पर कंपनी के Upper Circuite को बदलती रहती है, इसका मकसद होता है किसी कंपनी में रिटेल निवेशकों को स्टॉक Manupliation से बचाना, आप ने देखा होगा किसी शेयर में लगातार Upper Circuite लगते रहता है सेबी उसको 5% के सर्किट लिमिट लगा देती है, जिससे अगर कोई रिटेल निवेशक अगर उस शेयर में निवेश करना या निकलना चाहता है तो वः आसानी से निकल सके!

स्टॉक के लिए अपर सर्किट कितना होता है

कोई भी शेयर जो की Future & Option में नहीं है उसके लिए सर्किट तय करने का काम SEBI करती है और वह समय समय पर इसको बदलती रहती है, और यह 5 से 20 % के बीच में होता है! इसके अलावा जो शेयर फ्यूचर और ऑप्शन यानी वायदा बाजार में है उनके लिए अपर सर्किट की कोई सीमा नहीं होती है!

What is share holding pattern क्या होता है इसका मतलब

आप अगर किसी शेयर का एनालिसिस करते है उसमे किसी भी कंपनी के Share holding pattern को देखना जरुरी होता है इसके मदद से आप के एनालिसिस में एक महत्वपूर्ण चीज़ शामिल हो जायगा, अगर आप शेयर मार्किट में एक सफल निवेशक बनाना चाहते है तो इसके लिया आप को सही कंपनी का चुनाव करना सबसे अधिक जरुरी है!

क्या होता है शेयर होल्डिंग पैटर्न

जब कोई कंपनी शेयर मार्केट में लिस्टेड होती है तो SEBI के नियम के मुताबिक Promoter अधिकतम 75% शेयर ही अपने पास रख सकता है बाकि 25% शेयर उसको Non-Promoter के पास होता है जिसमे बड़े बड़े Instuation, FII, DII, और रिटेल निवेशक होते है, इसको ही हम शेयर होल्डिंग पैटर्न कहते है, जिसके द्वारा हम किसी कंपनी में कितना शेयर किसके पास है इसका हम पता लगाते है !

शेयर होल्डिंग पैटर्न को जानना क्यों जरुरी है

  • अगर कंपनी के Promoter के पास कंपनी के शेयर अधिक है, या फिर अपनी शेयर को बढ़ा रहा है तो इसका मतलब होता है कंपनी के प्रमोटर को कंपनी के बिज़नेस और फ्यूचर ग्रोथ के ऊपर भरोसा है, इससे आप उस कंपनी के बारे में फंडामेंटल के बारे में पता चलता है!
  • अगर कंपनी के शेयर होल्डर में FII और Mutual Fund का भी हिस्सा है तो इसका मतलब यह है की कंपनी आने वाले समय में अच्छा प्रदर्शन कर सकती है क्योकि जो FII या Mutual Fund कंपनी होती है उनको कंपनी के बारे में अधिक जानकारी होती है, अगर वे कंपनी में निवेश किए हुए है तो इसका मतलब यह है की कंपनी में जरूर कुछ न कुछ वैल्यू जरूर हो!
  • शेयर होल्डिंग पैटर्न में कमी या फिर शेयर को गिरवी रखना कंपनी के लिए खतरे का संकेत होता है, इसका मतलब यह होता है की आपको इस प्रकार के शेयरो से बच कर के रहना है!