What is Large Mid Cap Fund in Hindi

इस तरह के फंड में फंड मैनेजर लार्ज और मिड कैप कंपनी और उनके इंस्ट्रूमेंट में टोटल निवेश न्यूनतम 35% होना चाहिए इस तरह के फंड में सबसे ज्यादा Market Capitilization वाली 100 कंपनियों की हिस्सेदारी 35% और 100 से 250 केपीटलाइजेशन की कंपनियों की हिस्सेदारी 35% होना अनिवार्य है, जब भी कोई म्यूच्यूअल फंड में इस तरह की फण्ड Allocation कर के निवेश करता है तब हम उस फंड को Large Mid Cap Fund कहते है!

Large Mid Cap Fund की जरूरत

जब हम किसी और फंड में निवेश करते हैं तो फंड मैनेजर आमतौर पर लार्ज कैप कंपनियों में निवेश करता है, क्योकि जब कोई भी लार्ज कैप कंपनी में निवेश करता है तो उन सभी कंपनी में जो ग्रोथ होनी होती है वह पहले ही हो गया होता है और इन कंपनी का लम्बा रिकॉर्ड होता है लेकिन इस प्रकार के कंपनी में निवेश करने में एक समस्या होती है की इसमें रिटर्न कम होता है! जबकि इस तरह के फंड में निवेश करने पर हमें Large, मिड और स्मॉल तीनों तरह की कंपनियों में निवेश करते हैं इस कारण से यह फंड जरूरी है ! अगर आपको लगता है कि हमारेेे देश की बड़ी और मध्यम वर्ग की कंपनी अच्छा प्रदर्शन करेगी तोो हमें इस तरह केेे फंड में निवेश करनाा चाहिए !

Large Mid Cap Fund में निवेश कैसे करें

आप जिस भी म्यूच्यूअल फंड कंपनी में निवेश करना चाहते हैं उनके पास इस तरह का फंड अलग रहता है उसमें आप निवेश कर सकते हैं अगर आप अपने ब्रोकर या Grow, Paytm, Phonepay, Bank के द्वारा निवेश करना चाहते हैं तो उसमें भी आप निवेश कर सकते हैं, अगर आप किसी भी फण्ड में निवेश  कर रहे उससे पहले Fund Manager और उस फंड के रिस्क को सोच समझ कर निवेश करे, इसके साथ ही साथ आप किस समय निवेश कर रहे है वह भी बहुत अधिक जरुरी है, अगर मार्केट में जब कोई गिरावट आती है या जब मार्केट गिरा हुआ है तब अगर आप निवेश तो आपके Return अधिक होने की संभावना अधिक होती है!

Large Mid Cap Fund Return

इस तरह की फंड का रिटर्न आ भारतीय शेयर मार्केट की कंपनियों के ऊपर निर्भर करता है, साथ ही साथ फंड मैनेजर की ऊपर भी निर्भर करता है कि वह कैसे अच्छी-अच्छी कंपनियों में निवेश करें !

Hedge Fund क्या होता है ?

 आपने Hedge Fund के बारे में सुना होगा, जितने भी लोग शेयर मार्केट में Trading करते है, वे लोग इसके जैसा बनना चाहते है ! लोग भारत में  इसको Mutual Fund समझते है आज हम आपको Hedge Fund क्या होता है, इसके बारे में बताते है !

Hedge Fund क्या होता है ; What is Hedge Fund

हेज फंड एक ऐसी संस्था होती है जो आपके पैसे निवेश करती है और उसके बदले में आपको अच्छा रिटर्न मिलता है! हेज फंड भी म्युचुअल फंड की तरह ही होता है लेकिन Mutual Fund  के ऊपर कुछ पाबंदियां रहती है जबकि हेज फंड के ऊपर किसी भी तरह की पाबंदियां नहीं रहती है ! 
 
   हेज फंड आपके पैसे को किसी भी चीज में निवेश कर सकता है जहां से उसको रिटर्न आने की संभावना होती है! हेज फंड कंपनी आपके पैसे को शेयर, जमीन, Currency (मुद्रा), Commodity(धातु),  और जहां भी उसी रिटर्न की उम्मीद होती है वहां निवेश कर सकती है उनके ऊपर किसी भी तरह की पाबंदियां नहीं रहती है ! हेज फंड कंपनी जब एक चीज में निवेश करती है तब दूसरे चीज को बेचती है!

 

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हेज फंड कंपनी का इतिहास : History of Hedge Fund 

हेज फंड कंपनी का इतिहास बहुत ही पुराना है, इसकी शुरुआत 1949 में Alfred W. Jones ने किया था ! हेज 
शब्द का उपयोग रिश्क को कम करने के लिए किया जाता है, Alfred W.Jones एक ऑस्ट्रेलिया निवेशक थे उन्होंने बहुत सारी बुक और मैगजीन में उनके आर्टिकल आते रहते थे इसी से प्रभावित होकर एक व्यक्ति ने उन्हें अपने पैसे को निवेश करने के लिए दिया फिर उसने उस पैसे पर अच्छा रिटर्न बना कर दिया और यहीं से हेज फंड कंपनी की शुरुआत हुई ! वे बहुत सारे टेक्निकल एनालिसिस का उपयोग करके पैसे को निवेश करते थे, उन्हें 34 वर्षों में केवल 3 बार ही पैसे खोए थे जबकि इस दौरान 9 बार S&P 500 शेयर बाजार ने नेगेटिव रिटर्न ने दिया था! वह कुछ खास लोगों की ही पैसे को मैनेज किया करते थे ! 
 
 उन्होंने बहुत लंबे समय तक म्यूच्यूअल  फंड कंपनियों से अच्छा रिटर्न बना कर दिया था, वे निवेश करने के लिए पैसे उधार भी लेते थे, जब मार्केट नीचे जा रही होती थी तब वे Short Sell की सहायता लेते थे ! 1990 से  2000 के समय मे बहुत से हेज फंड कंपनी आये! सन 2002 में दो हजार से ज्यादा हेज फंड थे वर्तमान में इनकी संख्या 10,000 से ज्यादा है !
 

आप हेज फंड में निवेश कैसे कर सकते हैं : HOW TO INVEST HEDGE FUND 

 
हेज फंड में आप छोटी रकम से निवेश नहीं कर सकते, इसमें निवस करने के लिए आपके पास कम से कम 7 से 8  करोड़ होना पर ही निवेश कर सकते से, ये केवल बड़ा पैसा ही निवेश करते है! हेज फंड भारत के सेबी के अंतर्गत नहीं आते है! हेज फंड में HNI, BANK, Pension Fund, और बहुत सी कंपनी निवेश करती है ! अगर आपके पास 8 करोड़ है तू आप भी इसमें निवेश कर सकते है ! अलग अलग हेज फंड कंपनी का निवेश करने का न्युनतम पैसा अलग अलग होता है !

 

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हेज फंड कंपनी कितने प्रकार के होता है : Types Of Hedge Fund

 
 हेज फंड कंपनियों को उनके निवेश के आधार पर वर्गीकरण किया गया है:-
 
  1.  Macro Hedge Fund:-  इस तरह के हेज फंड शेयर मार्केट, बॉन्ड, कमोडिटी मार्केट, करेंसी मार्केट में निवेश करते हैं जब किसी चीज की वह लोग बहुत ज्यादा हो जाती है तब यह उसमें शॉर्ट सेलिंग करते हैं और अगर वैल्यू कम हो जाती है तो उसे खरीदते हैं ! यह पूरे विश्व के शेयर मार्केट में निवेश करते हैं !
  2. Equity Hedge Fund:- इस तरह के हेज फंड इक्विटी मैं निवेश करते हैं, जब किसी चीज की वह लोग बहुत ज्यादा हो जाती है तब यह उसमें शॉर्ट सेलिंग करते हैं और अगर वैल्यू कम हो जाती है तो उसे खरीदते हैं ! कुछ हेज फंड केवल अपने देश के ही शेयर मार्केट में निवेश करते हैं और कुछ पूरे विश्व के शेयर मार्केट में निवेश करते हैं! 
  3. Relative-value hedge fund:- इस तरह के  हेज फंड जब किसी चीज की वैल्यू बहुत ज्यादा कम या ज्यादा हो जाती है तब उसमे निवेश करते है!  जब किसी की वैल्यू कम हो जाती है  तब निवेश करते हैं ! 
 

हेज फंड और म्यूचुअल फंड में क्या अंतर होता है : Difference Between Hedge Fund & Mutual Fund

 
 हेज फंड और म्यूचुअल फंड दोनों में फंड मैनेजर आपके पैसे को किसी और चीज में निवेश करता है तो वहां से रिटर्न बनाकर आपको देता है!  लेकिन दोनों में बहुत अंतर होता है!
  •  म्यूचुअल फंड कंपनी केवल सीमित चीजों में ही निवेश कर सकती है, जबकि हेज फंड कंपनी किसी भी चीज में निवेश कर सकती है ! 
  • म्यूच्यूअल फंड कंपनी केवल आपके पैसे को ही निवेश कर सकती है वह किसी और  से उधार लेकर निवेश नहीं कर सकती ! जबकि हेज फंड कंपनी पैसा उधार लेकर भी निवेश करती है !
  •  म्यूच्यूअल फंड कंपनी में आप अपने निवेश किए हुए पैसे को कभी भी निकाल सकते हैं जबकि हेज फंड पर ऐसा करने पर आपको बहुत ज्यादा चार्ज देना पड़ता है ! 
  •  म्यूच्यूअल फंड कंपनी में आप कितना भी पैसे से निवेश स्टार्ट कर सकते हो !  जबकि हेज फंड कंपनी में निवेश करने के लिए कम से कम आपके पास एक करोड रुपए होना जरूरी है !

हेज फंड कंपनी कितना चार्ज लेती है : Hedge Fund Charge

 
अलग-अलग हेज फंड कंपनी अलग-अलग चार्ज से लेती है,  जो वार्षिक चार्ट जो होता है वह आमतौर पर 2% या उससे कम होता है! और जो मुनाफा होता है उसमें चार्ज मुनाफे का 20% ले सकती है !बहुत से Hedge Fund जो की अच्छा Return बना के देते है वो अधिक Charge लेते है !
 

 

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हेज फंड में निवेश करने के नुकसान : Dark Side of Hedge Fund

 
  •  हेज फंड में निवेश करने पर आपका पैसा एक निश्चित समय के लिए लॉक हो जाता है,  आप अपने पैसे को एक निश्चित समय के बाद ही निकाल सकते हैं अगर आप उसी पैसे को किसी और बिजनेस या फिर खुद से रिसर्च करके किसी कंपनी में लगाएंगे तो आप अच्छा रिटर्न बना सकते हैं! 
 
  • बहुत सी हेज फंड कंपनियां नुकसान में काम कर रही होती है जबकि शेयर मार्केट अच्छा रिटर्न दे रहा होता है !
 
  • हेज फंड कंपनी दूसरों से ब्याज में पैसे लेकर भी निवेश करती है तो ऐसे में आपके पैसे का रिस्क जो है वह बढ़ जाता है !
 
  • बहुत सी हेज फंड कंपनी शुरू में तो अच्छा प्रदर्शन करती है लेकिन बाद में उसका प्रदर्शन खराब हो जाता है बहुत सी हेज फंड कंपनियां बंद की हो गई है,   साथ ही अगर हेज फंड का मैनेजर चेंज होता है तो आपका रिटर्न कम हो जाता है !
 
  • वर्तमान समय में पहुंचते ही फंड कंपनियों के फ्रॉड भी सामने आए हैं, वह आपके पैसे का इस्तेमाल अपने मुनाफे के लिए भी करते हैं !
  •  

बहुत से ;लोग जो इसमें निवेश करते है उन लोगो के पास पैसा अधिक होता है, अगर आप के पास शेयर मार्केट की समझ है तो आप अपने पैसे को इनसे भी अधिक तेज़ी से Return ला सकते है, क्योकि कम पैसे को बढ़ाना आसान है! Hedge Fund के बारे में और किसी जानकारी के लिए आप कमेन्ट कर के पूछ सकते है !
 
 
 

Multi Cap Fund क्या है ?

Multi Cap Fund उस फंड को कहते है, जिसमे फंड मैनेजर को किसी भी तरह की कंपनी में निवेश कर सकते है, इस तरह के फंड में फंड मैनेजर बहुत सी कंपनियों में निवेश कर सकता है उसे अपने हिसाब से छोटी या बड़ी केपीटलाइजेशन की कंपनी में निवेश कर सकता है ! इस तरह के फंड में इक्विटी और इक्विटी से संबंधित इंस्ट्रूमेंट में न्यूनतम इन्वेस्टमेंट टोटल ऐसेट का 65% होता है !

मल्टीकैप फंड की विशेषताएं:-

मल्टी कैप फंड में फंड मैनेजर किसी भी तरह की कंपनियों में निवेश कर सकता है जिससे वह अपने रिसर्च करके जिसमें अच्छी ग्रोथ हो उस कंपनियों में ज्यादा निवेश करता है अगर फंड मैनेजर घर सबसे अच्छा हो तो इसमें रिटर्न बहुत ज्यादा मिलने के उम्मीद रहती है !
मल्टी कैप फंड कौन-कौन से हैं:-
1. Axis Flexi Cap Fund
2. UTI Flexi Cap Fund
3. Quaint Active Fund Direct-Growth
4. Kotak Flexi Cap Fund
5. SBI Flexi Cap Fund
6. HDFC Flexi Cap Fund
7.Invesco India Focused 20 Equity Fund
8.Motilal Oswal Flexi Cap Fund Direct-Growth

 और भी बहुत सारे मल्टीकैप फंड है जो आपको म्यूच्यूअल फंड की साइट पर मिल जाएंगे ! भारत में जितने भी फंड हाउस है उनके पास मल्टीकैप फंड होता ही है!

किसी शेयर में लंबे समय तक निवेश करने से पहले क्या-क्या चीजें रखनी चाहिए

किसी भी शेयर  में हमें लंबे समय तक  निवेश करने से पहले उस कंपनी के बारे में बहुत अच्छी तरीके से देखना चाहिए ! किसी भी शेयर में बिना जाने पहचाने निवेश करना खतरे को बुलाने के जैसा है हमे किसी भी शेयर में निवेश करने से पहले रिसर्च करना जरुरी है ,आइए  हम आपको बताते हैं कि किसी शेयर में निवेश करने से पहले किन किन बातों का ध्यान रखें:- 

1. प्रबंधन:-  किसी भी कंपनी में निवेश करने से पहले उसके प्रबंधन के बारे में अच्छी तरीके से जानकारी हासिल कर लेना चाहिए क्योंकि अगर कंपनी का प्रबंधन अच्छा नहीं होगा तो कंपनी भविष्य में अच्छे तरीके से प्रदर्शन नहीं कर पाएंगे !  हम किसी भी कंपनी की जब शेयर में निवेश करते हैं तब हम कंपनी के ओनर बन जाते हैं और हमारा लेटर अगर अच्छा नहीं है तो हमें अच्छा मुनाफा नहीं होगा ! किसी भी माध्यम से निकलते दर्शन अच्छा करने के लिए प्रबंधन का ईमानदार होना जरूरी है साथ ही साथ  हुआ कंपनी के बारे में क्या सोचता है उसे कंपनी के ऊपर भरोसा है कि नहीं है इन सब का भी ऑफर पता करना जरूरी है ! 
अगर कोई कंपनी का प्रबंधन अपने शेयर होल्डिंग बढ़ा रहा है तो इसके ऊपर ध्यान देना चाहिए अगर कोई कंपनी अपना शेरहोल्डिंग बढ़ाना है तो इसका अर्थ है कि कंपनी को अपने बिजनेस के ऊपर भरोसा है ! वहीं दूसरी तरफ कंपनी का प्रबंधन अपने शेयर बेच रहा है तो ऐसे शेरों से हमें सावधान होना चाहिए !

2. कंपनी का लेखा जोखा :- अगर हम किसी कंपनी में निवेश करते हैं तो कंपनी की लेखा जोखा (Balansesheet)  उसे पढ़ने और समझने आना जरूरी है अगर हम किसी कंपनी में निवेश कर रहे हैं और उसका बैलेंस शीट चेक जरूर करना क्योंकि का इसमें कंपनी की है बारे में बहुत से जानकारी दी रही होती है कंपनी अभी कैसा प्रभाव प्रदर्शन कर रही है, कंपनी भविष्य में क्या करेगी , यह सारी चीजें कंपनी की बैलेंस शीट में दिया  होता है !

3. प्रोडक्ट ओर सर्विस:- कंपनी में निवेश करने के लिए तीसरी सबसे जरूरी चीज है कंपनी का प्रोडक्ट कंपनी अपने पुराने प्रोडक्ट को किस तरह से सेल कर रही है उसमें न्याय निवेशन कर रही है कि नहीं कर रही है यह सारी चीजें आपको पता होना चाहिए और साथ ही साथ कंपनी किस सेक्टर में काम कर रही है उसकी दूसरी कंपनियां कैसा प्रदर्शन कर रही है इसके बारे में भी जानकारी होना जरूरी है!  अगर कंपनी की सिम चल रही है तो इसका मतलब यह है कि लोग कंपनी के प्रोडक्ट खरीद रहे हैं, लेकिन अगर बिक्री  कम हो रही है तो इसका मतलब यह है कि लोग कंपनी से प्रोडक्ट से संतुष्ट नहीं है !

What are the reserch before investing.

हमे इन कंपनी के बारे में सोच समझ कर निवेश करना जरुरी है ! हमे कंपनी का बैलेंस शीट और आने वाले समय में क्या करने वाली है उसके बारे में भी जानकारी होनी , और उस सेक्टर की अन्य कंपनी क्या कर रही है ये पता करना जरुरी है !

What is Large Cap Mutual Fund in Hindi

Large Cap Mutual Fund इस तरह के फंड में फंड मैनेजर केवल शेयर मार्केट में लिस्टेड टॉप 100 कंपनियों में ही निवेश कर सकता है ! इसमें उसकी कुल Asset का 80% निवेश होता है ! बाकी 20% वह दूसरी चीज़ो में निवेश कर सकता है ! इस तरह के फंड में Risk अन्य फंडों से कम होता है ! यह कंपनी टॉप 100 कंपनियों में निवेश करती है इस वजह से इसका जो रिटर्न है वह निफ्टी 100 के आस पास ही रहता है लेकिन इस तरह के फंड में जो रिटर्न है वह निफ्टी 100 से कुछ परसेंट है ज्यादा रहता है !

 
Large Cap Mutual Fund Investment  : आप लार्ज कैप फंड में निवेश कैसे कर सकते हैं
 
वर्तमान समय में जितने भी म्यूच्यूअल फंड कंपनी है उनके पास लार्ज कैप फंड का एक प्लान होता ही है आप किसी भी फंड हाउस के लार्ज कैप फंड में निवेश कर सकते हैं! और फायदा कमा सकते है, अगर आप इसमें निवेश कर रहे है तो इसमें रिस्क काम होता है Small Cap और Mid Cap Fund की तुलना में इस कारण से लोग इसमें निवेश करना पसंद होता है!
 
लार्ज कैप फंड में कितना निवेश करना चाहिए
 
आपको आपकी निवेश का एक हिस्सा लार्ज कैप फंड में करना चाहिए लार्ज कैप फंड में रिटर्न जो है वह अच्छा मिलता है!आप इस तरह में एसआईपी के जरिए निवेश करते हैं तो आपको रिटर्न अच्छा बनता है! अगर आप को निकट समय में पैसो की जरुरत होने वाली है और आप किसी म्यूच्यूअल फंड में ही निवेश करना चाहते है तो यह आपके लिए सही है!
 
 
 

52 Week High/Low क्या है ?

52 वीक हाई लो का मतलब होता है कि कोई कंपनी जो है वह आज से पिछले 1 साल में उसकी सबसे उच्चतम और सबसे निम्नतम वैल्यू क्या थी उसे 52 वीक हाई लो कहते हैं ! इससे हम यह पता कर सकते हैं कि हम लोगों के प्रति शेयर का सेंटीमेंट कैसा है जैसे अगर कोई शेयर्ड जो है अपने 52 बीघा के आसपास है तो इसका मतलब यह है कि लोग जो है वह इस शेयर की ज्यादा कीमत ज्यादा देना चाहते हैं और अभी इसकी वैल्यू जो है और बढने वाली है आमतौर पर जब कोई शेयर 52-week से ऊपर जाता है तब उस शेयर में लंबी चाल जो है वह आती है !

   जब किसी शेयर की वैल्यू 52-week के लोगों के आसपास आती है तब हमें उसे शेयर में मंदी करना होता है अगर कोई कंपनी जिसके फंडामेंटल अच्छे हैं और जो लंबे समय में अच्छा रिटर्न दे सकती है अगर वह 52-week के  के करीब है तब हमें उसे शेयर पर खरीदारी करने का सबसे अच्छा मौका होता है होती है !
52 वीक हाई लो का उपयोग:-

52 वीक हाई लो का उपयोग हम स्विंग ट्रेडिंग के लिए कर सकते हैं जब भी कोई शेयर अपने 52 विक के लेवल को पार करके रिकॉर्ड देता है उसके बाद उससे अपने एक लंबी चलाती है तब हम उसे शेयर में निवेश करके अच्छा फायदा कर सकते हैं !

डिविडेंड यील्ड फंड क्या है?

इस तरह के फंड में उन कंपनियों में निवेश 65 प्रतिशत होता है जो डिविडेंड ज्यादा देती है अधिकांशत इन में सरकारी कंपनियां ज्यादा होती है इस तरह के फंड में इक्विटी में निवेश 65 प्रतिशत हिस्सेदारी कम से कम होना जरूरी होता है तभी इस तरह के फंड को डिविडेंड यील्ड फंड कहते हैं !

 
  आसान शब्दों में यह  फंड उन कंपनियों में निवेश करती है जिनके पास नगद जो है वह ज्यादा रहता है,  और जो नियमित लाभांश जो है शेयर होल्डर को देती रहती है! इसमें फंड मैनेजर उन्हीं शेरों को चुनता है जो डिविडेंड ज्यादा देती है ! इस तरह के फंड में दूसरे फंड की तुलना में जो रिटर्न है वह अधिक मिलता है लेकिन इसके लिए आपको लंबे समय तक निवेश करते रहना पड़ेगा !
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Types of Mutual Fund : कितने प्रकार के होता है Mutual Fund

 वर्तमान समय में जब पैसो को निवेश करने की बात आती है तो Mutual Fund सबसे अच्छा तरीका है, जिसमे आप कम रिस्क में अच्छा Return कमा सकते है ! लेकिन जब निवेश की बात आती है तो  बहुत तरह के Mutual Fund बाजार में उपलब्ध है इनका आकार जो है वह लगातार बढ़ता जा रहा है हमें म्यूच्यूअल फंड कंपनी में निवेश करने से पहले यह जान लेना जरूरी है कि हम किस तरह के Mutual Fund  में निवेश कर रहे हैं इसमें हमें रिश्क कितना है और हमें कितना रिटर्न मिल सकता है ! 
 
 वर्तमान समय में जैसे-जैसे म्युचुअल फंड कंपनियों का आकार बड़ा होता जा रहा है वैसे-वैसे Mutual Fund  कंपनी अलग-अलग तरह के फंड मार्केट में लाते जा रही है तो चलिए आज उन्हीं के बारे में आपको बताते हैं!

 

Types of Mutual Fund,
Types of Mutual Fund

 

 

Types of Mutual Fund:-

  1.  Open Ended Mutual Fund :- इस तरह के फंड में पैसा निकालने और निवेश करने की कोई सीमा नहीं होती आप कितना भी अमाउंट इस तरह के फंड में निवेश कर सकते हैं और कितना भी अमाउंट आप इस तरह के फंड से निकाल सकते हैं आपको आपके निवेश किए हुए पैसे पर उस दिन की यूनिट के हिसाब से आपको फंड मिल जाएगा !
  2. Close Ended Mutual Fund- इस तरह के फंड में आप एक निश्चित समय अवधि पर ही निवेश कर सकते हैं और आपको जो रिटर्न है वह भी एक निश्चित समय अवधि के बाद मिलता है इसमें आप फंड को एक निश्चित समय अवधि के बाद हि निकालने पर अच्छा रिटर्न मिलता है! बीच में निकलने पर चार्ज लगता है !
  3.  Interval Mutual- Fund :- इस तरह के म्यूच्यूअल फंड स्टॉक एक्सचेंज पर ट्रेड होते हैं इसमें आप एक निश्चित समय के बाद आप अपने पैसे को निकाल सकते हैं!
 
 

Mutual Fund का पैसा Share Market में लगाना सही है !

दोस्तों जब हम शेयर मार्केट के बारे में सुनते है कि आज इस शेयर की प्राइस इतना बढ़ गया तो हमारे मन में यह सवाल आता है, कि हम भी शेयर मार्केट में पैसा लगा कर पैसा कमा सकते है ! तो  ऐसे में जो लोग Mutual Fund में निवेश कर रहे है वह लोग सोचते है कि Mutual Fund कंपनी भी तो हमारा पैसा  Share Market में लगाती है तो क्यों ना खुद सीधा शेयर मार्केट में निवेश करे !

Mutual Fund Sahi hai,
Mutual Fund

 अगर आप ने अपना पैसा Mutual Funमें निवेश किया हुआ है और आपको उससे अच्छा रिटर्न मिल रहा है  या नहीं मिल रहा है तो भी आपको उसमें निवेश करते रहना चाहिए क्योंकि लंबे समय उससे मुनाफा होगा ही !
  लेकिन दोस्तों अगर आप अपने पैसे पर अधिक रिटर्न आ पाना चाहते हैं तो उसके लिए और शेयर मार्केट में निवेश कर सकते हैं लेकिन उसके लिए पहले आपको शेयर मार्केट क्या होता है यह कैसे काम करती है कंपनी के फंडामेंटल क्या है कब्र में निवेश करना है कब हमें नहीं करना है यह सारी बातों का जानकारी होने के बाद ही अगर आप शेयर मार्केट में निवेश करेंगे तभी से अच्छा मुनाफा कमा पाएंगे लेकिन अगर आपके पास सबके लिए टाइम ही नहीं है तो आप अपना पैसा जो है Mutual Fund में धीरे-धीरे निवेश करते रहिए क्योंकि Mutual Fund में अगर आप धीरे-धीरे निवेश करते रहेंगे एसआईपी के जरिए तो एक दिन आप हमें जरूर बन जाएगी ! 

SBI Retirement Fund क्या है!

एसबीआई रिटायरमेंट फंड एक तरह का म्यूच्यूअल फंड है! जिसमें आप अपने रिटायरमेंट के लिए निवेश कर सकते हैं ! इस म्यूच्यूअल फंड में अपको एफडी की तुलना में ज्यादा मुनाफा कमा सकते हैं एफडी में 5% का रिटर्न मिलता है जबकि इस म्यूच्यूअल फंड में आपको 10% से ज्यादा रिटर्न हो सकता है! सबसे खास बात यह है कि अगर आप इस म्यूच्यूअल फंड में 3 साल तक निवेश करते हैं तो आपको टर्म इंश्योरेंस का लाभ भी मिलेगा ! इस स्कीम में एसआईपी के जरिए निवेश करने वाले को 5000000 का टर्म इंश्योरेंस मिल रहा है !  इसमें जिसके नाम पर फंड है उसे दुर्घटना में कुछ हो जाने पर टर्म इंश्योरेंस का कवर मिलेगा !

एसबीआई रिटायरमेंट बेनिफिट फंड चार इंवेस्‍टमेंट प्‍लान ऑफर करता है:- 
  •  एग्रेसिव (Aggressive Plan),
  •  एग्रेसिव हाईब्रिड (Aggressive Hybrid Plan), 
  • कंजर्वेशन हाइब्रिड (Conservative Hybrid Plan)
  •  कंजर्वेटिव (Conservative Plan) 
इसमें  40 साल तक के लोगों को एग्रेसिव इंवेस्‍टमेंट प्‍लान मिलेगा. इसमें रिस्क बाकी फंड की तुलना मे ज्यादा है लेकिन रिटर्न भी ज्यादा है ! 40-50 साल की उम्र के लोगों को एग्रेसिव हाइब्रिड इंवेस्‍टमेंट प्‍लान दिया जाएगा. 50-60 साल के लोगों को कंजर्वेटिव हाइब्रिड और 60 साल से ज्‍यादा उम्र के लोगों को कंजर्वेटिव प्‍लान मिलेगा. 
इनके अलावा हर एक प्‍लान में गोल्‍ड ईटीएफ में 20 फीसदी तक निवेश करने की तैयारी है.  इस फंड में आप केवल 65 साल की उम्र तक के निवेश कर सकते हैं 

Equity Mutual Fund क्या होता है ?

Equity Mutual Fund इस तरह के Mutual Fund  आपके पैसे को शेयर मार्केट के Stock  में निवेश करती है, इस तरह के फंड में दूसरे फंड की तुलना में Risk ज्यादा होता है लेकिन इसमें दूसरे की तुलना में रिटर्न भी अच्छा बनता है! अगर आप शेयर मार्केट में निवेश करना चाहते हैं लेकिन आप शेयर मार्केट के बारे में नहीं जानते तो आप Equity Mutual Fund में निवेश कर सकते हैं जिसमें फंड मैनेजर आपके पैसे को शेयर मार्केट में निवेश करेगा !

 
भारत में Equity Mutual Fund को उसके निवेश किए हुए कंपनी के केपीटलाइजेशन के आधार पर बांटा गया है जो कि इस प्रकार है:-
 
  1. Large Cap Fund:- मार्केट केपीटलाइजेशन के आधार पर शेयर मार्केट में लिस्टेड टॉप-100 कंपनियां इसमें आती है !
  2.  Mid Cap Fund:– मार्केट केपीटलाइजेशन के आधार पर शेयर मार्केट में लिस्टेड टॉप 101 कंपनियों से 250 कंपनियों के बीच जितनी भी कंपनियां हैं वे मिड कैप में आती है!
  3.  Small Cap Fund:-मार्केट केपीटलाइजेशन के बाद मार्केट में लिस्टेड 250 से जितनी भी ज्यादा कंपनियां हैं वह सब स्मॉलकैप में आती है !
 
Equity Mutual Fund  में कंपनी आमतौर पर शेयर बाजार में लिस्टेड कंपनियों में निवेश करती है अगर आपको शेयर बाजार के बारे में जानकारी नहीं है और कंपनियों के बारे में जानकारी नहीं है और आप  कंपनी में निवेश करना चाहते हैं तो आप इक्विटी म्यूचुअल फंड में निवेश कर सकते हैं क्योंकि इसमें फंड मैनेजर शेयर बाजार की कंपनियों में आपके पैसे लगाता है अपने रिसर्च करके !
 

Equity Mutual Fund में निवेश क्यों करना चाहिए

  1. इस तरह के Fund में बाकि Fund की तुलना में Return अधिक रहता है !
  2. बहुत से लोगो को शेयर मार्केट में निवेश करने के लिए Reserch का टाइम नहीं रहता तो ऐसे में वे इस तरह के Equity Mutual Fund में निवेश कर के Share Market से अच्छा रिटर्न कमा सकते है !
  3. Equity Mutual Fund में निवेश करने से आप एक तरह से शेयर मार्केट में ही निवेश कर रहे है, तो इससे देश में आर्थिक उन्नति आती है !

Equity Mutual Fund में निवेश करने से पहले सावधानी

  1.  आप इस फण्ड में निवेश करने में कुछ सावधानी का उपयोग कर के अपने मुनाफे को बढ़ा सकते है! अगर मार्केट गिरावट में है तो आपको अधिक निवेश करना चाहिए !
  2. अगर आप Equity Mutual Fund में निवेश कर रहे है तो अगर मार्केट में गिरावट आती है तो आपका Return में भी गिरावट आएगी !

What is Value Fund in Hindi

यह एक प्रकार का Equity Mutual Fund  है जिसमें उन कंपनियों में निवेश किया जाता है जो अच्छे Valueation पर उपलब्ध होती हैं और इसमें Equity और Equity से संबंधित Instrument में न्यूनतम इन्वेस्टमेंट टोटल ऐसेट का 65 प्रतिशत होना चाहिए!

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Value Fund
 
इस तरह के फंड में फंड मैनेजर अपने रिसर्च करके जो कंपनियां लंबे समय में अच्छा प्रदर्शन कर सकती है उन कंपनियों में निवेश करता है !
 
इस तरह की कंपनियों में अगर आप बहुत लंबे समय तक निवेश करते हैं तभी आपको अच्छा रिटर्न निकलता है इस तरह की कंपनियों में रिस्क कम होता है !
 
 

Mutual Fund Saturation क्या है ?

 Mutual Fund Saturation  : जब कुछ  Mutual  Fund कुछ समय तक बहुत अच्छा रिटर्न देती है, 15-20% ऊसके बाद कुछ महिनो तक Mutual  Fund बहुत कम रिटर्न या ना के बराबर रिटर्न देती है ! 

  

वह समय जब म्यूच्युअल फंड औसत से कम रिटर्न देती है उसे Mutual Fund Saturation कहते हैं! कोई भी शेयर या फंड  अच्छा रिटर्न हमेशा नहीं दे सकते वह कुछ समय अच्छा रिटर्न देती है उसके बाद कम रिटर्न देती है, जिससे हम कम्पनी का रिटर्न एक औसत आता है! 

जैसे मान लीजिए किसी Mutual Fund का 1 साल का रिटर्न  देख रहे है जो कि 15% है तो इसका मतलब यह नहीं है कि कंपनी ने हर महीने औसतन 15% का रिटर्न दिया है वह किसी महीने 20% रिटर्न दिया होगा, किसी महिने 25% और किसी महिने 1% रिटर्न दिया होगा जिसमें ने फंड ने 1% का रिटर्न दिया होगा वह का Saturation पीरियड है!