जब से हिन्डेबर्ग ने अपनी रिपोर्ट को निकला है उसके बाद से अडानी ग्रुप के जितने भी शेयर मार्केट में लिस्टेड है उन सभी में तेज़ गिरावट का दौर जारी है, कंपनी का जो FPO है जिसके माध्यम से अडानी ग्रुप 20000 करोड़ रूपए जुटाने वाली थी उसको भी कंपनी ने वापस ले लिया है तो अब ऐसे में सवाल आता है कि किया अडानी ग्रुप ख़तम हो जायगी क्योकि इसके ऊपर कर्ज के ऊपर दबी हुई है, और कंपनी इसको अगर जल्द से जल्द दे नहीं कर पाती है, तो कंपनी के भविष्य के ऊपर संकट है, क्योकि कंपनी अगर अपने खुद के मुनाफे से अगर अपने कर्ज को देना चाहे की तो इसमें कंपनी को बहुत अधिक समय लग जायगा और साथ हे साथ कंपनी का कर्ज धीरे धीरे बढ़ता जा रहा है, इसके अलावा कंपनी को अगर अपना और विस्तार करना है तो उसके लिए इसको पैसो की जरुरत होगी तो कंपनी को उसके लिया अभी और कर्जा चाहिए, कंपनी अगर अपना पुराना कर्जा ही नहीं चुका पाएगी तो नया कर्जा उसको कहा से मिलेगा, इसके अलावा कंपनी दूसरा तरीका होता है पैसा जुटाने का और वह है Bond Makret के जरिया, लेकिन वह भी कंपनी के लिए अच्छे संकेत नहीं है कंपनी के बांड में लगातार गिरवाट है इसके अलावा क्रेडिट सुईस ने बांड के माध्यम से कर्जा देने पर भी रोक लगा दिया है!
इन सब परिस्थति को देखे तो Adani Group के लिए करो या मरो की स्थिति है, ऐसे कंपनी क्या यह ग्रुप ख़तम हो जायगा, चलिए जानते है
- अडानी ग्रुप पिछले 30 सालो से अधिक समय से काम कर रही है इसकी शुरुवात 1988 में हुआ था तब से यह कंपनी काम कर रही है ऐसे में कंपनी के पास एक लम्बा अनुभव है, कंपनी ने इस बीच में कई उतर चढ़ाव देख लिया है कंपनी ने हर बार अपने आप को कठिन परिस्थति ने निकला है चाहे वह 1992, 2000 हो या फिर 2008 में Financial Crisis कंपनी के पास एक लंबा अनुभव है, जो कंपनी के लिए अच्छी बात है! कंपनी इसमें से भी बाहर निकल जायगी!
- कंपनी ने इसके अलावा अपने सामने कई ग्रुप को बर्बाद होते देखा है, Anil Ambani, Vijay Maliya, Veadiocon, जैसे कंपनी को कंपनी ने इन सब की गलती दुबारा यही नहीं करेंगे, कंपनी इसमें से निकल जाएगी, और भी मजबूत हो कर निकल सकती है!
- कंपनी के ऊपर ये जो रिपोर्ट में कहा गया है उसमे से एक भी बात अभी तक साबित नहीं हुआ है, देश की किसी भी जज ने किसी भी कोर्ट ने अभी तक कुछ नहीं कहा है!
- कंपनी ने अभी तक क्कोई भी लोन को देने में कभी भी देरी नहीं किया है, कंपनी अपने हर लोन की किस्त समय पर दे देती है, अगर कंपनी ऐसा नहीं कर पाती तो कंपनी के संकट की बात होती!
- कम्पनी के अलावा इसके पास Asset भी बहुत सारे है, अगर कंपनी को पैसे की जरूरत होगी तो वह इसमें से किसी भी एसेट को बेच कर के पैसा जुटा सकती है !