जब शेयर मार्केट में निवेश की बात आती है तो आप इसको दो तरीकों से कर सकते है, एक Active और दूसरा होता है Passive इसमें से बहुत से लोग ज्यादा लालच के चक्कर मे और कम समय मे आधी पैसा कमाने के चक्कर मे सीधे Active Investment करने लगते है!
पैसिव इन्वेस्टमेंट किसको कहते है?
जब आप शेयर मार्केट में खुद निवेश ना कर के किसी और के माध्यम Mutual Fund, ETF, Bond, Physical Gold के माध्यम से निवेश करते है, तो उसको Passive Investing कहते है, इसमें आपको शेयर मार्केट के बारे मे जानने और Company के फंडामेंटल एनालिसिस, Techanical Analysis, Balance Sheet आदि के बारे में जानकर लेने की जरूरत नहीं होती है, आप के लिए यह काम प्रोफेशनल फंड मैनेजर य़ह काम करते है, जिसको आप से कहीं अधिक मार्केट की समझ है!
पैसिव इन्वेस्टमेंट करने के फायदे
- इसमें आपको मार्केट के बारे मे जानने की जरूरत नहीं होती है!
- आपको मार्केट के उतार चढ़ाव से दूर रहते है, इससे आप के ऊपर Stress नहीं रहता है!
- आप Passive Investing में आपका Downside Risk कम होता है!
- आपको लंबे समय में फायदा जरूर होता है, जो आपको Wealth बनाने में मदद करती है!
- जब आप SIP के माध्यम से निवेश करते है तो आप जब मार्केट में गिरावट आती है तो भी निवेश करते है!
- बहुत से लोग शेयर मार्केट में अगर किसी शेयर में फायदा होता है तो वे थोड़े मुनाफे में निकल जाते है, लेकिन जब किसी स्टॉक में नुकसान होता है तो वे उसको रखे रहते है इस उम्मीद में जब उनको फायदा होगा तो तब वे उसमे से निकलगे इस कारण वे सही स्टॉक को खरीदने पर भी नुकसान कर बैठते है, जबकि Passive Investing में ऐसा नहीं होता है!
- जब आप इसके माध्यम से निवेश करते है तो आप Regular आधार पर निवेश करते है, जिससे आपको फायदा होता है !