अगर आप Scaling का मतलब आम तौर पर यह होता है की किसी चीज़ को बढ़ाना यानी कोई भी चीज़ अभी जितना है आप उसको आसनी से और कितना बढ़ा सकते है, कोई भी बिज़नेस जो अगर जो Scalable नहीं है तो उसमे काम करने वाली कंपनी अधिक समय तक टिक नहीं पाएगी, जैसे कोई कंपनी है जो कि सीमेंट बनाने का काम करती है लेकिन वह अपने बिज़नेस और जिस क्षेत्र में काम करती है उसको नहीं बड़ा रही है तो आने वाले समय में कोई दूसरी कंपनी आएगी और उसके बिज़नेस को ख़तम कर देगी! आप ने एक कहावत तो सुनी ही होगी अगर आप आगे नहीं बढ़ रहे है तो इसका मतलब यह है की आप बाकि से पीछे हो रहे है! आप किसी भी कंपनी को देख लीजिये कोई भी कंपनी शुरुवात में छोटी होती है उसके बाद वह धीरे धीरे बड़ी बनती है अपने बिज़नेस को बढ़ती है और फिर एक समय ऐसा आता है जिसमे कंपनी की ग्रोथ कम हो जाती है और फिर धीरे धीरे बिज़नेस कम होते जाता है और फिर धीरे से कंपनी मार्केट से ग़ायब हो जाती है, आप Nokia को देख लीजिये कंपनी कितनी बड़ी थी लेकिन कंपनी समय के साथ अपने आप को बढ़ा नहीं पाया और मार्केट से बाहर हो गयी!
Scaling in Trading and Investing
जब आप कोई भी Trade या Investment करते है और आपका वह ट्रेड या इन्वेस्टमेंट सही हो जाता है तो फिर आप उसके बाद आप उस सही ट्रेड को किस प्रकार से और बढ़ा सकते है इसको ही Scaling कहते है, आप सभी तो Rakesh Jhunjunwala को तो जानते ही होंगे ुषोने सबसे अधिक किसी शेयर में पैसा कमाया है तो वह शेयर है Titan उसके पोर्टपोलिओ बड़ा हिस्सा को देखगे तो वह TITAN कंपनी की है, लेकिन क्या आपको यह पता है उन्होंने जब यह शेयर में सबसे पहले निवेश किया था तब उनको भी यह बात पता नहीं थी उन्होंने जैसे जैसे शेयर की किमत बढ़ती गया उन्होंने धीरे धीरे अपने Position को बढ़ाते गए इसको ही Scling कहते है!
इसको ही आप Trading में करते है कोई भी बड़ा Trader किसी भी ट्रेड में सबसे पहले एक छोटी Position बनता है और फिर Price उनके दिशा में जाता है तो वे और पोजीशन को बढ़ाते जाते है इसको ही Scaling कहते है!